Palang Tod
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दिल्ली ऑनर किलिंग की राजधानी बनती नजर आ रही है। मंगलवार को अशोक विहार इलाके से युवती शोभा की लाश मिलने के साथ ही दस दिन के भीतर ऑनर किलिंग का यह पांचवां मामला है। लेकिन इसके बावजूद दिल्ली पुलिस की नींद नहीं खुल रही है। सभी आरोपी खुले घूम रहे हैं। डीसीपी एसएन बुंदेला ने माना कि मोनिका के भाई अंकित, शोभा के भाई मंदीप और निक्कू की तलाश जारी है।
‘ऑनर’ के नाम पर एक और किलिंग
मंगलवार को शोभा के कत्ल से पहले उसकी परिचित मोनिका और उसके पति कुलदीप की हत्या कर दी गई थी। शोभा दरअसल मोनिका-कुलदीप कांड के हत्यारोपी मंदीप की बहन है। मंदीप के बारे में कहा गया है कि वह मोनिका के भाई अंकित का दोस्त है। वहीं 14 जून को दिल्ली के स्वरूप नगर इलाके में आशा और उसके प्रेमी योगेश कुमार को निर्ममतापूर्वक मार डाला गया था। इस वारदात को आशा के पिता और ताऊ ने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर अंजाम दिया था।
मंगलवार सुबह पुलिस कंट्रोल रूप को सूचना मिली कि अशोक विहार के एच ब्लॉक के पार्क के पास लावारिस खड़ी सेंट्रो कार (डीएल-8सीएल-2006) से बदबू आ रही है। मौके पर पहुंची पुलिस ने कार का दरवाजा खोला तो उसमें एक लड़की की लाश मिली, जिसके सिर में गोली लगी हुई थी। पुलिस ने कार के नम्बर ट्रेस किए तो पता चला कि यह कार राहुल नामक उस शख्स की है, जो रविवार रात कत्ल किए गए कुलदीप का दोस्त है। पुलिस ने कड़ी मिलाई तो पता चला कि मोनिका-कुलदीप की हत्या के बाद से फरार चल रहे मंदीप की बहन शोभा भी रविवार से गुम है। मंदीप के छोटे भाई संदीप ने शव की शिनाख्त अपनी बहन शोभा के रूप में की।
पता चला है कि प्रेम संबंधों के कारण शोभा एक माह पहले अलग जाति के लड़के के साथ घर से भाग गई थी, लेकिन परिवार के दबाव के कारण वापस लौट आई थी। हालांकि घर आने के बाद शोभा ने कभी भी किसी के सामने अपने परिजनों द्वारा तंग किए जाने की कोई बात नहीं कही थी, मगर शोभा की हत्या से कयास लगाया जा रहा है कि समाज में बदनामी होने के कारण उसको भी ठिकाने लगाने का प्लान चल रहा था। पुलिस के मुताबिक, जिस दिन मोनिका-कुलदीप की हत्या की गई, उसी दिन मंदीप शोभा को यह कहकर अपने साथ लेकर निकला था कि कुछ दिनों से लापता अपनी बहन खुशबू को ढूंढ़ने के लिए चलते हैं। माना जा रहा है कि शोभा की भी रविवार को ही हत्या कर दी गई थी, क्योंकि मंगलवार को मिली शोभा की लाश गलने लगी थी और उसमें बुरी तरह बदबू आ रही थी। अब पुलिस का शक यह भी है कि इसी सेंट्रो कार में बैठकर हत्या की पूरी योजना को अंजाम दिया गया।
अब खुशबू पर खतरा!
पहले मोनिका-कुलदीप और फिर शोभा की हत्या ने दिल्ली पुलिस को हिला दिया है। पुलिस को इस बात की भी चिंता सता रही है कि हत्यारों का अगला निशाना कहीं शोभा की छोटी बहन खुशबू तो नहीं, जो रवि नामक किसी गैर-बिरादरी के लड़के के साथ प्रेम विवाह में बंधी है। वह किसी अज्ञात स्थान पर रह रही है। पुलिस को अब खुशबू और उसके पति की सुरक्षा की चिंता सता रही है। पुलिस लगातार मोबाइल के जरिए खुशबू के संपर्क में हैं। डीसीपी एसएन बुंदेला के मुताबिक खुशबू से बात की गई है, वह सुरक्षित स्थान पर है। उन्होंने बताया कि खुशबू अगर सुरक्षा मांगेगी तो उसे जरूर मुहैया कराई जाएगी। वैसे जब तक मंदीप, अंकित व निक्कू पुलिस की पकड़ में नहीं आ जाते, तब तक उसकी चिंता समाप्त नहीं होगी। पुलिस के सामने फिलहाल तो सबसे बड़ी चुनौती खुशबू की सुरक्षा और हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने की है।
‘ऑनर’ के नाम पर एक और किलिंग
मंगलवार को शोभा के कत्ल से पहले उसकी परिचित मोनिका और उसके पति कुलदीप की हत्या कर दी गई थी। शोभा दरअसल मोनिका-कुलदीप कांड के हत्यारोपी मंदीप की बहन है। मंदीप के बारे में कहा गया है कि वह मोनिका के भाई अंकित का दोस्त है। वहीं 14 जून को दिल्ली के स्वरूप नगर इलाके में आशा और उसके प्रेमी योगेश कुमार को निर्ममतापूर्वक मार डाला गया था। इस वारदात को आशा के पिता और ताऊ ने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर अंजाम दिया था।
मंगलवार सुबह पुलिस कंट्रोल रूप को सूचना मिली कि अशोक विहार के एच ब्लॉक के पार्क के पास लावारिस खड़ी सेंट्रो कार (डीएल-8सीएल-2006) से बदबू आ रही है। मौके पर पहुंची पुलिस ने कार का दरवाजा खोला तो उसमें एक लड़की की लाश मिली, जिसके सिर में गोली लगी हुई थी। पुलिस ने कार के नम्बर ट्रेस किए तो पता चला कि यह कार राहुल नामक उस शख्स की है, जो रविवार रात कत्ल किए गए कुलदीप का दोस्त है। पुलिस ने कड़ी मिलाई तो पता चला कि मोनिका-कुलदीप की हत्या के बाद से फरार चल रहे मंदीप की बहन शोभा भी रविवार से गुम है। मंदीप के छोटे भाई संदीप ने शव की शिनाख्त अपनी बहन शोभा के रूप में की।
पता चला है कि प्रेम संबंधों के कारण शोभा एक माह पहले अलग जाति के लड़के के साथ घर से भाग गई थी, लेकिन परिवार के दबाव के कारण वापस लौट आई थी। हालांकि घर आने के बाद शोभा ने कभी भी किसी के सामने अपने परिजनों द्वारा तंग किए जाने की कोई बात नहीं कही थी, मगर शोभा की हत्या से कयास लगाया जा रहा है कि समाज में बदनामी होने के कारण उसको भी ठिकाने लगाने का प्लान चल रहा था। पुलिस के मुताबिक, जिस दिन मोनिका-कुलदीप की हत्या की गई, उसी दिन मंदीप शोभा को यह कहकर अपने साथ लेकर निकला था कि कुछ दिनों से लापता अपनी बहन खुशबू को ढूंढ़ने के लिए चलते हैं। माना जा रहा है कि शोभा की भी रविवार को ही हत्या कर दी गई थी, क्योंकि मंगलवार को मिली शोभा की लाश गलने लगी थी और उसमें बुरी तरह बदबू आ रही थी। अब पुलिस का शक यह भी है कि इसी सेंट्रो कार में बैठकर हत्या की पूरी योजना को अंजाम दिया गया।
अब खुशबू पर खतरा!
पहले मोनिका-कुलदीप और फिर शोभा की हत्या ने दिल्ली पुलिस को हिला दिया है। पुलिस को इस बात की भी चिंता सता रही है कि हत्यारों का अगला निशाना कहीं शोभा की छोटी बहन खुशबू तो नहीं, जो रवि नामक किसी गैर-बिरादरी के लड़के के साथ प्रेम विवाह में बंधी है। वह किसी अज्ञात स्थान पर रह रही है। पुलिस को अब खुशबू और उसके पति की सुरक्षा की चिंता सता रही है। पुलिस लगातार मोबाइल के जरिए खुशबू के संपर्क में हैं। डीसीपी एसएन बुंदेला के मुताबिक खुशबू से बात की गई है, वह सुरक्षित स्थान पर है। उन्होंने बताया कि खुशबू अगर सुरक्षा मांगेगी तो उसे जरूर मुहैया कराई जाएगी। वैसे जब तक मंदीप, अंकित व निक्कू पुलिस की पकड़ में नहीं आ जाते, तब तक उसकी चिंता समाप्त नहीं होगी। पुलिस के सामने फिलहाल तो सबसे बड़ी चुनौती खुशबू की सुरक्षा और हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने की है।