Palang Tod
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1. मानवाधिकार की सुरक्षा के बिना सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक आज़ादी खोखली है| मानवाधिकार की लड़ाई हम सभी की लड़ाई है|
2. विश्वभर मैं नस्ल, धर्म, जाति के नाम मानव द्वारा मानव का शोषण हो रहा है| अत्याचार एवम जुल्म के पहाड़ तोड़े जा रहे हैं|
3. हमारे देश में स्वतंत्रता के पश्चात् धर्म एवम जाति के नाम पर भारतवासियों को विभाजित करने का प्रयास किया जा रहा है|
4. आदमी गौर हो या काला, हिन्दू हो या मुस्लमान, सिख हो या ईसाई, हिंदी बोले या कोई अन्य भाषा सभी केवल इंसान हैं और संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित मानवाधिकारों को प्राप्त करने का अधिकार है|
5. मानव अधिकार का मतलब ऐसे हक़ जो हमारे जीवन और मान-सम्मान से जुड़े हैं|
6. ये हक़ हमें जन्म से मिलते हैं, हम सब आज़ाद हैं|
7. साफ़ सुथरे माहौल मैं रहना हमारा हक़ है |
8. हमें इलाज़ की अच्छी सहूलियत मिले|
9. हमें और हमारे बच्चों को पढाई-लिखाई की अच्छी सहूलियत मिले|
10. पीने का पानी साफ मिले|
11. जाति, धर्म, भाषा-बोली के कारण हमारे साथ भेदभाव न हो|
12. हमें हक़ है की हम सम्मान के साथ रहें|
13. कोई हमें अपना दस या गुलाम नहीं बना सके|
14. प्रदेश में हम कहीं भी बेरोकटोक आना-जाना कर सकते हैं|
15. हम बेरोकटोक बोल सकते हैं, लेकिन हमारे बोलने से किसी के मान-सम्मान को चोट नहीं पहुंचनी चाहिए|
16. हमें आराम करने का अधिकार है|
17. हमें यह तय करने का अधिकार है की हमारे बच्चे को किस तरह की शिक्षा मिले|
18. हर बच्चे को जीने का अधिकार है, उसे अच्छी तरह की शिक्षा मिले|
19. यदि हमें हमारा हक़ दिलाने मैं सरकारी महकमा हमारी मदद नहीं कर रहा है तो हम मानव अधिकार आयोग में शिकायत कर सकते हैं|
20. आयोग में सीधे अर्जी देकर शिकायत कर सकते हैं|
21. इसके लिए वकील की जरूरत नहीं है|
22. शिकायत किसी भी भाषा या बोली में कर सकते हैं हिंदी में हो तो अच्छा है|
23. शिकायत लिखने के लिए कैसे भी कागज़ का इस्तेमाल करें, स्टैम्प पेपर की कोई जरूरत नहीं होती|
24. आयोग के दफ्तर में टेलीफोन नम्बर पर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं|
2. विश्वभर मैं नस्ल, धर्म, जाति के नाम मानव द्वारा मानव का शोषण हो रहा है| अत्याचार एवम जुल्म के पहाड़ तोड़े जा रहे हैं|
3. हमारे देश में स्वतंत्रता के पश्चात् धर्म एवम जाति के नाम पर भारतवासियों को विभाजित करने का प्रयास किया जा रहा है|
4. आदमी गौर हो या काला, हिन्दू हो या मुस्लमान, सिख हो या ईसाई, हिंदी बोले या कोई अन्य भाषा सभी केवल इंसान हैं और संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित मानवाधिकारों को प्राप्त करने का अधिकार है|
5. मानव अधिकार का मतलब ऐसे हक़ जो हमारे जीवन और मान-सम्मान से जुड़े हैं|
6. ये हक़ हमें जन्म से मिलते हैं, हम सब आज़ाद हैं|
7. साफ़ सुथरे माहौल मैं रहना हमारा हक़ है |
8. हमें इलाज़ की अच्छी सहूलियत मिले|
9. हमें और हमारे बच्चों को पढाई-लिखाई की अच्छी सहूलियत मिले|
10. पीने का पानी साफ मिले|
11. जाति, धर्म, भाषा-बोली के कारण हमारे साथ भेदभाव न हो|
12. हमें हक़ है की हम सम्मान के साथ रहें|
13. कोई हमें अपना दस या गुलाम नहीं बना सके|
14. प्रदेश में हम कहीं भी बेरोकटोक आना-जाना कर सकते हैं|
15. हम बेरोकटोक बोल सकते हैं, लेकिन हमारे बोलने से किसी के मान-सम्मान को चोट नहीं पहुंचनी चाहिए|
16. हमें आराम करने का अधिकार है|
17. हमें यह तय करने का अधिकार है की हमारे बच्चे को किस तरह की शिक्षा मिले|
18. हर बच्चे को जीने का अधिकार है, उसे अच्छी तरह की शिक्षा मिले|
19. यदि हमें हमारा हक़ दिलाने मैं सरकारी महकमा हमारी मदद नहीं कर रहा है तो हम मानव अधिकार आयोग में शिकायत कर सकते हैं|
20. आयोग में सीधे अर्जी देकर शिकायत कर सकते हैं|
21. इसके लिए वकील की जरूरत नहीं है|
22. शिकायत किसी भी भाषा या बोली में कर सकते हैं हिंदी में हो तो अच्छा है|
23. शिकायत लिखने के लिए कैसे भी कागज़ का इस्तेमाल करें, स्टैम्प पेपर की कोई जरूरत नहीं होती|
24. आयोग के दफ्तर में टेलीफोन नम्बर पर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं|