Punjab News पंजाब में नहीं मिल रहे अफसर

पंजाब सरकार को जिलों में लगाने के लिए डिप्टी कमिश्नर नहीं मिल रहे हैं। एसडीएम का हाल यह है कि एक-एक पीसीएस के पास तीन-तीन उपमंडलों का चार्ज है या फिर वह एसडीएम के साथ-साथ डीटीओ जैसे पदों को संभाल रहे हैं लेकिन यदि बात चीफ सेकेट्ररी लगाने की हो तो सरकार को फिक्र करने की जरूरत नहीं है क्योंकि लगभग 15 अफसर इस पद के स्केल में पहुंच गए हैं।

मौजूदा चीफ सेकेट्ररी सुबोध चंद्र अग्रवाल के अलावा 11 अधिकारी पहले से ही चीफ सेक्रेटरी स्केल मंे हैं जबकि 1978 बैच के चार और अफसरों को यह स्केल देने की तैयारी चल रही है। इस संबंध में मुख्य सचिव की अध्यक्षता मंे सोमवार को मीटिंग होनी थी, लेकिन वह किसी वजह से स्थगित करनी पड़ी। सूत्रों की मानें तो अगले एक दो दिनों में 78 बैच के सभी अधिकारियों को चीफ सेक्रेटरी स्केल दे दिया जाएगा।

1973 बैच की रोमिला दूबे जो इस समय वित्तायुक्त राजस्व हैं सबसे सीनियर ब्यूरोक्रेट हैं लेकिन इनका दांव चीफ सेक्रेटरी के लिए नहीं लगा। 74 बैच के सहकारिता विभाग के वित्तायुक्त डॉ. बीसी गुप्ता भी एससी अग्रवाल से सीनियर हैं लेकिन चीफ सेक्रेटरी के लिए पहली पसंद वह नहीं बन पाए। इसके अलावा 75 बैच के मुकुल जोशी जो इन दिनों सेंट्रल डेपुटेशन पर हैं, के पास भी चीफ सेक्रेटरी स्केल है। 76 बैच के डीएस जसपाल प्रमुख सचिव ट्रांसपोर्ट और शविंदर सिंह बराड़ वित्तायुक्त आबकारी हैं। ए.दीदार सिंह केंद्र मंे डेपुटेशन पर हैं इन सभी के पास भी चीफ सेक्रेटरी स्केल है।

पर्यटन विभाग की प्रमुख सचिव गीतिका कल्हा के अलावा सुंद्रम कृष्णा जो रक्षा मंत्री ए.के. एंटोनी के सलाहकार हैं और डीएस कल्हा जो योजना आयोग में सीनियर सलाहकार हैं, के पास भी चीफ सेक्रेटरी स्केल है। महात्मा गांधी इंस्टीटच्यूट ऑफ पब्लिक एडमिस्ट्रेशन में डायरेक्टर जनरल लगे बी.के.श्रीवास्तव के पास भी चीफ सेक्रेटरी स्केल है। 1978 बैच के जिन अफसरों को यह स्केल दिया जाना है, उनमें राकेश सिंह,जीएस संधू, सुधीर मित्तल और सुजाता दास शामिल हैं।
 
Top