दोषियों को मिले मृत्युदंड: बाबा रामदेव

भोपाल. गैस त्रासदी के दोषियों को मृत्युदंड या उम्र कैद होनी चाहिए, ताकि लापरवाही बरतने वाली मल्टीनेशन कंपनियां सबक ले सकें। यह बात योगगुरु बाबा रामदेव ने रविवार को यहां कही। बाबा रामदेव पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यदि आरोपियों को इससे कम सजा दी जाती है तो यह गैस पीड़ितों के साथ अन्याय होगा। जिम्मेदारों ने हजारों लोगों की हत्या कर हजारों, लाखों लोगों को तबाह कर दिया है। ऐसे में उन्हें कम सजा कैसे दी जा सकती है।

समाप्त करके रहेंगे भ्रष्टाचार : उन्होंने कहा कि वह भारत स्वाभिमान आंदोलन के माध्यम से देश में अगले लोकसभा चुनाव के पहले प्रत्येक जिले में पांच लाख व्यक्तियों को इससे जोड़ना चाहते हैं। आंदोलन के उद्देश्य के बारे में उन्होंने कहा कि वह देश से भ्रष्टाचार समाप्त करके ही रहेंगे। उन्होंने दोहराया कि वह आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे लेकिन उनकी ओर से तैयार की जा रही कार्यकर्ताओं की टीम ही नई सरकार के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। वह राजनीतिक साम्राज्य खड़ा करने के लिए काम नहीं कर रहे हैं। वह देश में भ्रष्टाचार मुक्त तंत्र विकसित करना चाहते हैं।

मामले को तूल नहीं देना चाहते श्रीश्री रविशंकर : एक सवाल के जवाब में बाबा रामदेव ने कहा कि आर्ट ऑफ लि¨वग के प्रणेता श्रीश्री रविशंकर के कर्नाटक स्थित आश्रम के पास गोली चलने की घटना में केंद्रीय गृहमंत्री ने गलतबयानी की है।

उन्होंने बताया कि कहा कि कल उनकी श्रीश्री रविशंकर से टेलीफोन पर बात हुई। इसमें उन्होंने बताया कि वे इस मामले को तूल नहीं देना चाहते हैं। योग गुरु ने कहा कि फार्म हाउस के मालिक द्वारा कुžो को मारने के लिए गोली चलाने की बात गले नहीं उतरती है। यदि ऐसा होता तो गोली फार्म हाउस से काफी दूर स्थित आश्रम में कैसे पहुंच गई।

सरकार बंद करे बड़े नोट : स्वामी रामदेव का कहना है कि वर्ल्ड बैंक हमारे पैसे से चल रहा है। विदेशों में भारत का करीब तीन लाख करोड़ रुपए काला धन जमा है। यह धन वापस लाया जाता है, तो भारत की दशा ही बदल जाएगी। केंद्र सरकार को चाहिए कि वह 500 और हजार के बड़े नोटों को बंद करे। ऐसा करने से आतंकवाद से भी निपटा जा सकेंगा, क्योंकि आतंतकवादी बड़े नकली नोटों के जरिए ही हथियार खरीदी कर ट्रेनिंग कैंप चला रहे हैं। नक्सलवादी भी वही करने लगे हैं, जिस भष्ट्र व्यवस्था को दूर करने के लिए वे विद्रोह करते रहे हैं।

बदला जाए अंग्रेजों के जमाने का कानून : स्वामी रामदेव ने कहा कि उनका एजेंडा है कि हर हाथ को काम मिले। देश में समान शिक्षा प्रणाली हो, भारतीय भाषाओं में ही शिक्षा दी जाए और अंग्रेजों के जमाने के कानून को बदला जाए। वे भारत स्वाभिमान ट्रस्ट द्वारा इटारसी में आयोजित शिविर में शामिल होने से पूर्व भोपाल पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि उन्होंने भारत स्वाभिमान यात्रा गोवा से शुरू की थी। महाराष्ट्र व मप्र समेत अनेक राज्यों का वे भ्रमण कर चुके हैं। यात्रा दो वर्ष में समाप्त होगी।
 
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