Saini Sa'aB
K00l$@!n!
ये जहाँ मेरा नहीं है
ये जहाँ मेरा नहीं है
कोई भी मुझसा नहीं है
मेरे घर के आइने में
अक्स क्यों मेरा नहीं है
आंखों में तो कुछ नहीं फिर
पानी क्यों रुकता नहीं है
दिख रही है आँख में जो
बात वो कहता नहीं है
मैं भला क्यों जाऊँ मंदिर
ग़म ने जब घेरा नहीं है
देखते हो आदमी जो
उसका ये चेहरा नहीं है
एक ढेला मिट्टी का भी
मेरा या तेरा नहीं है
ये जहाँ मेरा नहीं है
कोई भी मुझसा नहीं है
मेरे घर के आइने में
अक्स क्यों मेरा नहीं है
आंखों में तो कुछ नहीं फिर
पानी क्यों रुकता नहीं है
दिख रही है आँख में जो
बात वो कहता नहीं है
मैं भला क्यों जाऊँ मंदिर
ग़म ने जब घेरा नहीं है
देखते हो आदमी जो
उसका ये चेहरा नहीं है
एक ढेला मिट्टी का भी
मेरा या तेरा नहीं है