raj19021981
Raj
दूर हू पर पास हू,कर ले यकी इस बात पर मैं हर पल तेरे साथ हू ......................
ये तो लकीरों का था फेसला दूर मुझ को जाना पड़ा ,झाक कर देख दिल मे तेरे मैं बनकर अहसास हू ...............
तो क्या हुआ इस जमी पर नहीं आसमा मे रहती हू मैं ,बनकर चादनी हर रोज आसमा से उतरती हू मैं ..............
ये सोच कर जो आखे नम हो जाये कभी ,देख लेना खुदको आईने मे तेरा अक्स हू मैं तेरी आवाज हू ...............
कर ले यकी इस बात पर हर पल तेरे साथै हू
ये तो लकीरों का था फेसला दूर मुझ को जाना पड़ा ,झाक कर देख दिल मे तेरे मैं बनकर अहसास हू ...............
तो क्या हुआ इस जमी पर नहीं आसमा मे रहती हू मैं ,बनकर चादनी हर रोज आसमा से उतरती हू मैं ..............
ये सोच कर जो आखे नम हो जाये कभी ,देख लेना खुदको आईने मे तेरा अक्स हू मैं तेरी आवाज हू ...............
कर ले यकी इस बात पर हर पल तेरे साथै हू