ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में 'एशेज'

एशेज प्रतिद्वंद्वियों के बीच रविवार को होने वाले आईसीसी ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में मुकाबला ऑस्ट्रेलिया की जबर्दस्त बल्लेबाजी और शानदार प्रदर्शन करके इस मुकाम तक पहुंचे इंग्लैंड के आत्मविश्वास के दरमियान होगा। पाकिस्तान पर सेमीफाइनल में चमत्कारिक जीत दर्ज करने के बाद ऑस्ट्रेलिया के हौसले बुलंद हैं। माइकल क्लार्क की टीम के लिए इंग्लैंड को हराना आसान नहीं होगा, जिसने टूर्नामेंट में जबर्दस्त खेल दिखाया है।

टूर्नामेंट की शुरुआत में इंग्लैंड को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा था, लेकिन अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर वह यहां तक पहुंचा। उसकी बल्लेबाजी में गहराई है और गेंदबाजी में धार। इंग्लिश टीम की फील्डिंग भी बहुत अच्छी है। बारबाडोस के ओवल मैदान की तेज और उछाल भरी पिच इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए चुनौती होगी। उन्होंने यहां नैनेस और शॉन टैट का सामना नहीं किया है। छह साल में पहली बार किसी बड़े टूर्नामेंट के फाइनल में खेल रही इंग्लैंड की टीम खिताब जीतने को बेकरार है, लेकिन इसके लिए उसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।

इंग्लैंड के कप्तान पॉल कॉलिंगवुड ने कहा, 'टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है। अब इसे फिनिशिंग तक ले जाना जरूरी है। हमें यकीन है कि हम जीतेंगे।' वहीं क्लार्क ने कहा, 'हमने पिछले एक साल से काफी मेहनत की है और यही एक ट्रोफी अब तक हम जीत नहीं पाए हैं। इस बार यह कमी पूरी कर लेंगे।'

ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने स्वीकार किया कि इंग्लैंड को हराना आसान नहीं होगा। खासकर केविन पीटरसन के मौजूदा फॉर्म को देखते हुए यह कठिन चुनौती होगी। क्लार्क ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया को हर हालत में पीटरसन को जल्दी आउट करना होगा। उन्होंने कहा, 'केविन अद्भुत खिलाड़ी हैं और वह जबर्दस्त फॉर्म में हैं। उन्हें जल्दी आउट करना बहुत जरूरी होगा।'

शेन वॉटसन, डेविड वॉर्नर, कैमरन वाइट और माइक हसी के फॉर्म को देखते हुए क्लार्क को बल्लेबाजी के मोर्चे पर ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। इंग्लैंड के पास अच्छा गेंदबाजी आक्रमण है और स्टुअर्ट ब्रॉड का फॉर्म देखने लायक है।
 
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