~¤Akash¤~
Prime VIP
बहुत दिनों में आज उसका हैं पयाम आया
गुजर गये जब उसके लब पे मेरा नाम आया
निकलते कैसे अयान उसकी मीठी यादों से
दुखाने दिल को वो हर सुबह हर शाम आया
ना दे सका था कल मुकद्दर जो मेरा मुझको
आज क्यूँ देने वो दुनिया का हैं निजाम आया
नाम लिख लेना शमा उसका दिलजलों में तू
आज मरने तेरे दर पे हैं "अयान" आया..........
गुजर गये जब उसके लब पे मेरा नाम आया
निकलते कैसे अयान उसकी मीठी यादों से
दुखाने दिल को वो हर सुबह हर शाम आया
ना दे सका था कल मुकद्दर जो मेरा मुझको
आज क्यूँ देने वो दुनिया का हैं निजाम आया
नाम लिख लेना शमा उसका दिलजलों में तू
आज मरने तेरे दर पे हैं "अयान" आया..........