मैं इस उम्मीद पे डूबा कि तू बचा लेगा !!


मैं इस उम्मीद पे डूबा कि तू बचा लेगा
अब इसके बाद मेरा इम्तेहान क्या लेगा

यह एक मेला है वादा किसी से क्या लेगा
ढलेगा दिन तो हर एक अपना रास्ता लेगा

मैंबुझगयातोहमेशाकोबुझहीजाऊँगा
कोईचिरागनहींहूँजोफिरजलालेगा

कलेजाचाहिएदुश्मनसेदुश्मनीकेलिए
जोबे-अमलहैवोबदलाकिसीसेक्यालेगा

मैं उसका हो नहीं सकता बता न देना उसे
सुनेगा तो लकीरें हाथ की अपनी वो सब जला लेगा

हज़ार तोड़ के आ जाऊं उस से रिश्ता दीप
मैं जानता हूँ वो जब चाहेगा बुला लेगा


 
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