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कार्यकर्ताओं की हत्या के खिलाफ केरल में पदयात्रा निकालेगी भाजपा




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कार्यकर्ताओं की हत्या के खिलाफ केरल में पदयात्रा निकालेगी भाजपा
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि हिंसा के माध्यम से भाजपा के विस्तार को रोका नहीं जा सकता है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। केरल, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ हो रही हिंसा का भाजपा जमकर विरोध करेगी। राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पारित राजनीतिक प्रस्ताव में इन तीन राज्यों में राजनीतिक हिंसा की कड़ी निंदा की गई। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने साफ कर दिया है कि पार्टी इसका लोकतांत्रिक तरीके से समुचित जवाब देगी। राजनीतिक हिंसा के खिलाफ जनता को जागरुक करने के लिए केरल में तीन अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक पदयात्रा निकाली जाएगी।
ध्यान रहे कि दीन दयाल उपाध्याय जन्मशती वर्ष का शुभारंभ केरल के ही कोझीकोड में किया गया था। वर्ष का समापन हुआ तो भाजपा के भावी राजनीतिक पड़ाव में केरल प्रमुखता से उभरा। भाजपा के अनुसार केरल में पिछले 14 महीने में पार्टी के 14 कार्यकर्ताओं का निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई है। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में वैचारिक हिंसा और संकीर्णता समाप्त करने के लिए देश को भरोसा दे रहे हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि हिंसा के माध्यम से भाजपा के विस्तार को रोका नहीं जा सकता है।
प्रस्ताव में भाजपा ने केंद्र सरकार की नीतियों का जमकर समर्थन किया। इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अगले पांच सालों में 'न्यू इंडिया' बनाने पर काम शुरू हो गया है। वहीं सरकार ने जीएसटी लागू कर देश को एकसूत्र में पिरोने का काम किया है। पहली बार भारत आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ ठोस रणनीति पर काम कर रहा है। इसमें महिलाओं के लिए शुरू किए गए सरकार की नीतियों की भी तारीफ की गई। प्रस्ताव ने कहा गया कि सरकार की उज्जवला, जनधन, मुद्रा जैसी योजनाओं से न सिर्फ गरीबों को सीधा लाभ हो रहा है, बल्कि वे आत्मनिर्भर भी हो रहे हैं। तीन साल के कार्यकाल में सरकार ने युवाओं और किसानों के सशक्तिकरण से लेकर आधारभूत संरचनाओं के विकास और पिछड़ा आयोग को संवैधानिक अधिकारों से लैस करने का अहम काम किया है।
प्रस्ताव में मोदी सरकार की विदेश नीति की भी सराहना की गई है। खासतौर पर बिक्स देशों के सम्मेलन में जिस कर आतंकवाद के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया गया और डोकलाम में चीन को पीछे हटने पर मजबूर किया गया, उसे कूटनीति की बड़ी सफलता बताई गई है।
 
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