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भ्रष्टाचार पर पीएम मोदी के तल्ख तेवर, कहा- मेरा कोई रिश्तेदार नहीं




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भ्रष्टाचार पर पीएम मोदी के तल्ख तेवर, कहा- मेरा कोई रिश्तेदार नहीं
पीएम ने कहा 'भष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। जो कोई भी इसमें पकड़ा जाएगा वो बचेगा नहीं।'
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को निर्णायक बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कर दिया है कि इस मामले में किसी को नहीं बख्शा जाएगा। पूरे देश से जुटे भाजपा के लगभग दो हजार सांसदों विधायकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनका कोई रिश्तेदार नहीं है। जो भी पकड़ा जाएगा वह बचेगा नहीं। वहीं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भ्रष्टाचार मुक्त शासन को सबसे बड़ी उपलब्धि करार देते हुए कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने वंशवाद को भारत में सहज स्वीकार्यता के बयान पर भी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया।
दीन दयाल जन्मशती वर्ष के समापन पर आयोजित भाजपा कार्यकारिणी की बैठक में जहां आगे की राजनीतिक चुनौतियों पर चर्चा हुई वहीं विपक्ष की ओर ले लगाए जा रहे आरोपों पर भी सीधा प्रहार हुआ। कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए शाह ने सरकार की उपलब्धियां गिनाई। केरल से लेकर पश्चिम बंगाल तक में राजनीतिक हिंसा पर भी सवाल उठे। भविष्य के रास्ते का खाका भी तैयार हुआ। शाह ने राहुल गांधी पर सीधा हमला किया। उन्होंने कहा- 'विदेश में जाकर आप वहां से प्रश्न पूछते हैं कि मोदी सरकार की क्या उपलब्धि है। सबसे बड़ी उपलब्धि तो यह है कि 12 लाख करोड़ रुपये का घोटाला करने वाली सरकार की जगह भ्रष्टाचार मुक्त पारदर्शी सरकार बना दी।' उन्होंने राहुल के वंशवाद वाले बयान पर भी सवाल उठाया। शाह ने कहा कि यह कांग्रेस की मानसिकता है, देश को यह स्वीकार्य नहीं है।
भाजपा ने पालिटिक्स पर परफारमेंस की शुरूआत की है। बाद में समापन भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने भी विपक्ष में मुद्दों के दिवालियापन पर ही सवाल उठाया। उन्होंने कहा- 'कांग्रेस के लिए सत्ता उपभोग का साधन था और इसीलिए वह यह नहीं समझ पा रही है कि विपक्ष की भूमिका क्या है। आलोचना के लिए कोई मुद्दा न हो तो कठोर शब्दों से उसकी भरपाई नहीं की जा सकती है।' प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र को चुनाव से आगे लेकर जाना होगा। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को लोगों की सेवा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इस दौरान प्रधानमंत्री ने गरीबों को उत्थान और आम जनता का जीवन बेहतर करने के लिए शुरू की सरकार की योजनाओं का भी जिक्र किया। सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन में भाजपा के कार्यकर्ताओं को जोड़ने का आह्वान करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जबतक राजनीतिक कार्यकर्ता किसी अभियान का हिस्सा नहीं होते तबतक वह कार्यक्रम आगे नहीं बढ़ पाता है।
प्रधानमंत्री ने सरकार की विदेश नीति को भी पार्टी नेताओं के सामने रखा। डोकलाम विवाद का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमने यह विवाद बेहद शांतिपूर्वक तरीके से निपटाया है। पहली बार चीन के साथ किसी गंभीर मुद्दे को भारत ने इतनी मजबूती के साथ हल किया है। इस पूरे क्रम में भ्रष्टाचार पर प्रधानमंत्री के सख्त संदेश को खास रुचि से देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि लगभग डेढ साल पहले इलाहाबाद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में भी उन्होंने सख्त संदेश दिया था। और काला धन के खिलाफ सचेत किया था। नोटबंदी का फैसला भी उसके बाद ही हुआ था। इस दौरान शाह ने 'न्यू इंडिया' की सोच के आधार पर साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत का खाका पेश किया और अगले पांच वषरें के लिये पार्टी की रणनीति सामने रखी। पीयूष गोयल के अनुसार अमित शाह ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं भी पार्टी के विस्तार और जनता के हितों का काम में जुटना होगा और गंदगी, गरीबी, भ्रष्टाचार, आतंकवाद, जातिवाद, साम्प्रदायिकता एवं तुष्टीकरण की राजनीति को देश से समाप्त करने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 'न्यू इंडिया' संबंधी सोच पर अमल करना होगा।
 
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