Lyrics इस दुनिया में प्रेम ग्रन्थ - Is Duniya Mein Prem Granth (Alka Yagnik, Vinod Rathod, Prem G

इस दुनिया में प्रेम ग्रन्थ जब लिखा जायेगा
तेरा मेरा नाम सबसे ऊपर आयेगा
इस दुनिया में प्रेम ग्रन्थ...

बंद कली से फूल बनी मैं
आज पिया ने अंग लगाया
गोरी के गोरे मुखड़े पर
प्रेम ने अपना रंग लगाया
अब मैं सजनी, तू मेरा साजन कहलायेगा
इस दुनिया में प्रेम ग्रन्थ...

एक अनोखी अनजानी सी
मेरे मन में प्यास जगी है
बाहर है फूलों का मौसम
दिल के अन्दर आग लगी है
अपने प्यार का सावन अब ये आग बुझाएगा
इस दुनिया में प्रेम ग्रन्थ...

रोक सके तो रोक ले दुनिया
रुकने वाली बात नहीं है
ये कोई तूफ़ान नहीं है
ये कोई बरसात नहीं है
ये है प्यार का जादू, ये जादू चल जायेगा
इस दुनिया में प्रेम ग्रन्थ...
 
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