प्यार में होता है क्या जादू
तू जाने या मैं जानूँ
रहता नहीं क्यूँ दिल पर काबू
तू जाने या मैं जानूँ
प्यार में होता है...
गुनगुन करता क्यों फिरता है
कोई भँवरा बागों में
क्यों होती है फूल में खुशबू
तू जाने या मैं जानूँ
प्यार में होता है...
चांदनी रातें हो तो चकोरी
पागल-सी क्यों होती है
जंगल में कोयल की कू-कू
तू जाने या मैं जानूँ
प्यार में होता है...
जैसे हरियाली और सावन
जैसे बरखा और बादल
तेरे लिए मैं, मेरे लिए तू
तू जाने या मैं जानूँ
प्यार में होता है...
तू जाने या मैं जानूँ
रहता नहीं क्यूँ दिल पर काबू
तू जाने या मैं जानूँ
प्यार में होता है...
गुनगुन करता क्यों फिरता है
कोई भँवरा बागों में
क्यों होती है फूल में खुशबू
तू जाने या मैं जानूँ
प्यार में होता है...
चांदनी रातें हो तो चकोरी
पागल-सी क्यों होती है
जंगल में कोयल की कू-कू
तू जाने या मैं जानूँ
प्यार में होता है...
जैसे हरियाली और सावन
जैसे बरखा और बादल
तेरे लिए मैं, मेरे लिए तू
तू जाने या मैं जानूँ
प्यार में होता है...