~¤Akash¤~
Prime VIP
अजीब दर्द का रिश्ता दिखाई देता है
के हर गम अब तो अपना दिखाई देता है
जैसे तेरी तरफ उठने का एक सलीका हो
उसी निगाह पे पहरा दिखाई देता है
तेरे बगैर मेरी ज़िन्दगी का हर लहमा
मेरे ही खून का प्यासा दिखाई देता है
ज़रूर पीने के अदाब जानता होगा
जो मैकदे मे भी प्यासा दिखाई देता है
वसीम इतने बड़े ज़िन्दगी के मेले मे
बस एक गम है जो अपना दिखाई देता है
के हर गम अब तो अपना दिखाई देता है
जैसे तेरी तरफ उठने का एक सलीका हो
उसी निगाह पे पहरा दिखाई देता है
तेरे बगैर मेरी ज़िन्दगी का हर लहमा
मेरे ही खून का प्यासा दिखाई देता है
ज़रूर पीने के अदाब जानता होगा
जो मैकदे मे भी प्यासा दिखाई देता है
वसीम इतने बड़े ज़िन्दगी के मेले मे
बस एक गम है जो अपना दिखाई देता है