कोई तितली हमारे पास आती भी तो क्या आती सजाये उम्र भर कागज के फूल और पत्तियाँ हमने हम उस महफिल मे बस एक बार सच बोले थे ए "वाली" ज़बां पर उम्र भर महसूस की चिंगारियां हमने............