जिसे "मैं" की हवा लगी उसे फिर न दवा लगी न दुआ लगी
Dhillon Dhillon Sa'aB™ Staff member Aug 3, 2016 #1 जिसे "मैं" की हवा लगी उसे फिर न दवा लगी न दुआ लगी
Dhillon Dhillon Sa'aB™ Staff member Aug 3, 2016 #2 हैरान हूं मैं देख कर उसके आईने का जिगर इक तो कातिल सी नज़र उस पे काजल का कहर
Dhillon Dhillon Sa'aB™ Staff member Aug 3, 2016 #3 एक मैं हूँ , किया ना कभी सवाल कोई एक तुम हो , जिसका कोई जवाब नहीं.
Dhillon Dhillon Sa'aB™ Staff member Aug 3, 2016 #4 लब ये ख़ामोश रहेंगे, ये तो वादा है मेरा... कुछ अगर कह दें निगाहें, तो ख़फा मत होना.
Dhillon Dhillon Sa'aB™ Staff member Aug 3, 2016 #5 "आसमां में मत दूंढ अपने सपनो को, सपनो के लिए तो ज़मी जरूरी है, सब कुछ मिल जाए तो जीने का क्या मज़ा, जीने के लिये एक कमी भी जरूरी है"...!!
"आसमां में मत दूंढ अपने सपनो को, सपनो के लिए तो ज़मी जरूरी है, सब कुछ मिल जाए तो जीने का क्या मज़ा, जीने के लिये एक कमी भी जरूरी है"...!!
Dhillon Dhillon Sa'aB™ Staff member Aug 3, 2016 #6 क़भी चुपके से मुस्कुरा कर देखना, दिल पर लगे पहरे हटा कर देख़ना, ये ज़िन्दग़ी तेरी खिलखिला उठेगी, ख़ुद पर कुछ लम्हें लुटा कर देखना!!
क़भी चुपके से मुस्कुरा कर देखना, दिल पर लगे पहरे हटा कर देख़ना, ये ज़िन्दग़ी तेरी खिलखिला उठेगी, ख़ुद पर कुछ लम्हें लुटा कर देखना!!
Dhillon Dhillon Sa'aB™ Staff member Aug 3, 2016 #7 काश वो दिन लौट आये जब नींद बड़ी बेफिक्र आती थी, आँखें खुलती थी रोज नयी दुनिया नजर आती थी..
Dhillon Dhillon Sa'aB™ Staff member Aug 5, 2016 #10 जब कहने को कुछ नही होता है... अक्सर तभी बहुत कुछ होता है कहने के लिए...!
Dhillon Dhillon Sa'aB™ Staff member Aug 10, 2016 #11 यहाँ हर किसी को, दरारों में झाकने की आदत है, दरवाजे खोल दो, कोई पूछने भी नहीं आएगा....!!!!
Dhillon Dhillon Sa'aB™ Staff member Sep 2, 2016 #12 जेब में क्यूं रखते हो खुशी के लम्हे जनाब....?? बाँट दो इन्हें..ना गिरने का डर, ना चोरी का......!!
Dhillon Dhillon Sa'aB™ Staff member Sep 2, 2016 #13 तेरी वफ़ा के तकाजे बदल गये वरना, मुझे तो आज भी तुझसे अजीज कोई नहीं।
Dhillon Dhillon Sa'aB™ Staff member Sep 2, 2016 #14 एक नींद है जो लोगों को रात भर नहीं आती, और एक जमीर है जो हर वक़्त सोया रहता है।
Dhillon Dhillon Sa'aB™ Staff member Sep 25, 2016 #15 ताल्लुकात बढ़ाने हैं तो कुछ आदतें बुरी भी सीख ले गालिब ऐब न हों. तो लोग महफ़िलों में भी नहीं बुलाते.
Era Prime VIP Sep 25, 2016 #16 Dhillon said: ताल्लुकात बढ़ाने हैं तो कुछ आदतें बुरी भी सीख ले गालिब ऐब न हों. तो लोग महफ़िलों में भी नहीं बुलाते. Click to expand... Look whoz here Teelon bhaji first vala repost c Chalo tuanu maaf hai Good to see ur post here
Dhillon said: ताल्लुकात बढ़ाने हैं तो कुछ आदतें बुरी भी सीख ले गालिब ऐब न हों. तो लोग महफ़िलों में भी नहीं बुलाते. Click to expand... Look whoz here Teelon bhaji first vala repost c Chalo tuanu maaf hai Good to see ur post here