जो उड़ गए परिन्दे उनका अफ़सोस क्यों करूँ, यहाँ तो पाले हुए भी गैरों की छत पर उतरते है
avi-jaat Elite Jan 12, 2016 #1 जो उड़ गए परिन्दे उनका अफ़सोस क्यों करूँ, यहाँ तो पाले हुए भी गैरों की छत पर उतरते है