फिर मुँडेरों पर झुकी गुलमोहर की बाँह, फिर हँसी है छाँह फिर हुई गुस्सा सभी पर धूप क्या परवाह?
Saini Sa'aB K00l$@!n! Jan 4, 2011 #1 फिर मुँडेरों पर झुकी गुलमोहर की बाँह, फिर हँसी है छाँह फिर हुई गुस्सा सभी पर धूप क्या परवाह?