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पाक सेना को भारत से खतरा!
वाशिंगटन। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी भले ही भारत की बजाय तालिबान को अपने देश के लिए सबसे बड़ा खतरा मानते हों, लेकिन पाकिस्तानी सेना अब भी भारत को खतरा मानती है। इस बात का संकेत एक शीर्ष अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने दिया है।
सीबीएस चैनल के फेस द नेशन कार्यक्रम में अमेरिकी ज्वाइंट चीफ आफ स्टाफ के अध्यक्ष एडमिरल माइक मुलेन ने कहा कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख अशफाक परवेज कयानी भारत और आंतरिक विद्रोह दोनों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
मुलेन ने कहा कि वह भारत से खतरे के साथ-साथ बढ़ती विद्रोही गतिविधियों से खतरे को लेकर चिंता पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। वह दोनों को निपटा रहे हैं।
यह पूछे जाने पर कि आतंक के खिलाफ जंग में पाकिस्तानी सेना कैसा काम कर रही है तो मुलेन ने कहा कि वे च्च्छा काम कर रहे हैं। एक साल पहले हम और आप यहां बैठकर बातचीत कर रहे थे कि पाकिस्तानी क्या नहीं कर रहे हैं। पाकिस्तान के अशांत पश्चिमोत्तर क्षेत्र में आतंकियों के खिलाफ अभियान तेज करने के बाद जरदारी ने कहा था कि तालिबान उनके देश के लिए मुख्य खतरा है।
अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा था कि वह अपनी पश्चिमी सीमा से सैनिकों को हटाकर अफगानिस्तान से लगी पूर्वी सीमा पर तैनात करे। इसी इलाके में तालिबान का गढ़ है।
मुलेन ने कहा कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख के पास सोची-समझी योजना है और वह अपनी योजना पर हैं। वह अपने देश कोच्अच्छी तरह जानते हैं। सैन्य नेतृत्व अपने देश कोच्अच्छी तरह जानता है। मेरा मानना है कि वे इससे निपट रहे हैं।
मुलेन ने पाकिस्तान के सैन्य अभियान पर कहा कि वास्तव में महत्वपूर्ण सैन्य कदम उठाकर उन्होंने काफी प्रगति की है। इसका महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है और वह सकारात्मक दिशा में आगे बढ़े हैं। मुलेन ने कहा कि उन्होंने [कयानी] बढ़ावा दिया है। मेरा मतलब है कि उनके पास एक बल है जिसका दो विभिन्न दिशाओं में ध्यान केंद्रित है।
वाशिंगटन। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी भले ही भारत की बजाय तालिबान को अपने देश के लिए सबसे बड़ा खतरा मानते हों, लेकिन पाकिस्तानी सेना अब भी भारत को खतरा मानती है। इस बात का संकेत एक शीर्ष अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने दिया है।
सीबीएस चैनल के फेस द नेशन कार्यक्रम में अमेरिकी ज्वाइंट चीफ आफ स्टाफ के अध्यक्ष एडमिरल माइक मुलेन ने कहा कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख अशफाक परवेज कयानी भारत और आंतरिक विद्रोह दोनों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
मुलेन ने कहा कि वह भारत से खतरे के साथ-साथ बढ़ती विद्रोही गतिविधियों से खतरे को लेकर चिंता पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। वह दोनों को निपटा रहे हैं।
यह पूछे जाने पर कि आतंक के खिलाफ जंग में पाकिस्तानी सेना कैसा काम कर रही है तो मुलेन ने कहा कि वे च्च्छा काम कर रहे हैं। एक साल पहले हम और आप यहां बैठकर बातचीत कर रहे थे कि पाकिस्तानी क्या नहीं कर रहे हैं। पाकिस्तान के अशांत पश्चिमोत्तर क्षेत्र में आतंकियों के खिलाफ अभियान तेज करने के बाद जरदारी ने कहा था कि तालिबान उनके देश के लिए मुख्य खतरा है।
अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा था कि वह अपनी पश्चिमी सीमा से सैनिकों को हटाकर अफगानिस्तान से लगी पूर्वी सीमा पर तैनात करे। इसी इलाके में तालिबान का गढ़ है।
मुलेन ने कहा कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख के पास सोची-समझी योजना है और वह अपनी योजना पर हैं। वह अपने देश कोच्अच्छी तरह जानते हैं। सैन्य नेतृत्व अपने देश कोच्अच्छी तरह जानता है। मेरा मानना है कि वे इससे निपट रहे हैं।
मुलेन ने पाकिस्तान के सैन्य अभियान पर कहा कि वास्तव में महत्वपूर्ण सैन्य कदम उठाकर उन्होंने काफी प्रगति की है। इसका महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है और वह सकारात्मक दिशा में आगे बढ़े हैं। मुलेन ने कहा कि उन्होंने [कयानी] बढ़ावा दिया है। मेरा मतलब है कि उनके पास एक बल है जिसका दो विभिन्न दिशाओं में ध्यान केंद्रित है।