खुशनुमा सी यह सड़क

Saini Sa'aB

K00l$@!n!
खुशनुमा सी यह सड़क
शहर का दीदार है
लॉरी पैदल कार है

यह सड़क दुनिया से मुझको
जोड़ती है
यह सड़क कितना
अकेलापन अकेले तोड़ती है
यह दिहाड़ी पर मजूरिन
दर्द का दीनार है

यह सड़क दिन रात चलती
पर वहीं है
इस सड़क के पैर
में जंजीर सदियों से पड़ी है
रूढ़ियों पर सर पटकती
खानदानी नार है

हर चौराहा लाँघ कर
आती यही है
थके को
चलना सिखाती भी यही है
प्रेरणा से चमचमाती
जोश की तलवार है
 
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