तेरा चेहरा है आईने जैसा क्यों न देखूँ है देखने जैसा तुम कहो तो मैं पूछ लूँ तुमसे है सवाल एक पूछने जैसा दोस्त मिल जाएँगे कई लेकिन न मिलेगा कोई मेरे जैसा तुम अचानक मिले थे जब पहले पल नही है वो भूलने जैसा