लहरों से गुजरते हैं अयान अपने जोर से हम नाखुदा पे ज्यादा भरोसा नहीं करते......... ये सोच के दिन भर के किये ऐब ना लिखे डरता रहा कही खुद से मेरा झगडा ना हो जाये..