dilbardeewana
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दिल हुस्न की शोलों में जला क्यों नहीं देते?
तुम मुझको मुहब्बत की सज़ा क्यों नहीं देते ?
तुम मुझको मुहब्बत की सज़ा क्यों नहीं देते ?
दिल की सुनसान राहों गुज़र जाती हो चुपचाप
जो दिल पे गुज़रती हैं बता क्यों नहीं देते?
जो दिल पे गुज़रती हैं बता क्यों नहीं देते?
इक आग जो भुजती हैं न भटकती हैं दिल में
उस आग को दामन की हवा क्यों नहीं देते?
उस आग को दामन की हवा क्यों नहीं देते?
ऐ फूल सी चेहरों.. ज़रा इतना तो बताओ
तुम दर्द तो देते हैं, दवा क्यों नहीं देते?
तुम दर्द तो देते हैं, दवा क्यों नहीं देते?