यहाँ किसी का कोई ऐतबार थोड़े ही है...

~¤Akash¤~

Prime VIP
यूँ ही उदास है दिल बेकरार थोड़े ही है...
मुझे किसी का कोई इंतज़ार थोड़े ही है...

नजर मिला के भी तुम से गिला करूँ कैसे...
तुम्हारे दिल पे मेरा इख़्तियार थोड़े ही है...

मुझे भी नींद न आए उसे भी चैन न हो...
हमारे बीच भला इतना प्यार थोड़े ही है...

ख़िज़ा ही ढूंढ़ती रहती है दर-ब-दर मुझको...
मेरी तलाश मैं पागल बहार थोड़े ही है...

न जाने कौन यहाँ साँप बन के डस जाए...
यहाँ किसी का कोई ऐतबार थोड़े ही है...
 
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