फिर जाम की ही बात क्या रह जाती है
जब साकिया आँखों से पिला जाती है
इस मैकशी की बात ही कुछ ऐसी है
मुझे आशिकी के राज बता जाती है
इस दुनिया में हरेक ने दिया है धोखा
ये मय ही है जो साथ निभा जाती है
तेरी यादों मैं जब रात गुजरती ही नहीं
ये साथ हो हर रात गुजर जाती है....