होली पर एसएमएस महंगा है जी

ट्राई की सख्ती के बाद सभी मोबाइल कंपनियों ने अपने उपभोक्ताओं को एसएमएस से सूचना देकर बताना शुरू कर दिया है कि होली के दिन किए गए एसएमएस पर किसी तरह की छूट हासिल नहीं होगी। मोबाइल कंपनियों को साल के पांच दिन एसएमएस की दर अपने हिसाब से वसूलने की इजाजत है। हालांकि इसके लिए उन्हें अपने उपभोक्ताओं को यह जानकारी संबंधित दिन से पहले ही देनी होती है कि ये 5 दिन कौन-से होंगे। लेकिन आम तौर पर यह शिकायत रहती है कि कंपनियां इस तरह की पूर्व सूचना नहीं देती हैं।

नए साल के दौरान इस तरह की शिकायतें बड़ी संख्या में आई थीं। इसके बाद ट्राई ने सभी ऑपरेटरों को कहा था कि होली पर वे अपने ग्राहकों को एसएमएस सेवा महंगी होने की सूचना पहले से ही दें। ट्राई के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक ‘कंपनियां इस तरह की सूचना नहीं देती हैं। इससे आम उपभोक्ता को लगता है कि उसने एसएमएस के लिए जो सस्ता पैकेज लिया है या जो सामान्य राशि एसएमएस पर लगती है उससे वही राशि वसूली जाएगी।

इस गलतफहमी में उपभोक्ता अधिक से अधिक एसएमएस करता है। जब बिल आता है तो उसे पता चलता है कि इन एसएमएस पर उससे कंपनियों ने कई गुना ज्यादा वसूल लिया है। यही ध्यान में रखकर कंपनियों को पहले ही सूचना देने के लिए कहा गया था।’ सूत्रों के मुताबिक एयरटेल ने उपभोक्ताओं को एसएमएस से सूचना भेजकर बताया है कि होली के लिए किए गए एसएमएस पर कोई रियायत हासिल नहीं होगी। इसी तरह रिलायंस व वोडाफोन के ग्राहकों को भी एसएमएस से सूचना मिल रही है।

हालांकि अभी भी मोबाइल कंपनियों के एक बड़े उपभोक्ता वर्ग का कहना है कि ये सूचनाएं सभी को नहीं भेजी जा रही हैं। एयरटेल ने होली के दिन वसूले जाने वाली दर की सूचना के लिए अपने एक नंबर पर एसएमएस करने की सलाह दी है। रिलायंस ने इसके लिए कस्टमर केयर से संपर्क करने या फिर एसएमएस करने की सलाह दी है। उल्लेखनीय है कि कंपनियों को साल के पांच दिन एसएमएस दर अपने हिसाब से वसूलने की इजाजत है। इन पांच दिनों को ब्लैक डे कहते हैं। यह आम तौर पर होली, दीवाली, गुड फ्राईडे, नए साल का पहला या फिर वर्तमान साल का अंतिम दिन होता है। इन पांच दिनों मंे आम तौर पर एक मोबाइल उपभोक्ता औसतन 2 से 3 सौ एसएमएस करता है।

कंपनियां हर एसएमएस के लिए 2 से 3 रुपए वसूलती है। जबकि दूसरी ओर, कंपनियां 1 पैसे तक एसएमएस का पैकेज दे रही हैं। कई कंपनियांे ने तो ग्राहकों को एक निश्चित संख्या तक फ्री एसएमएस सुविधा दी हुई है। इसकी वजह से महंगी दर की सूचना न मिलने पर ऐसे पैकेज वाले ग्राहक अधिक से अधिक एसएमएस करते हैं। जिसके बाद बिल वसूली के दौरान उनके और कंपनी के बीच तकरार होती है। अलबत्ता, समय के साथ अधिकतर शहरी ग्राहकों को इन 5 दिन की जानकारी होती जा रही है। जिसकी वजह से ऐसे ग्राहक इन दिनों से एक दिन पहले या फिर उसके बाद एसएमएस करते हैं या फिर मुफ्त में एसएमएस भेजने वाली वेबसाइट का उपयोग करने लगे हैं। फिर भी ग्रामीण इलाकों मंे और शहरी इलाकों के गैर जागरूक उपभोक्ता कंपनियों की ओर से सूचना ना मिलने पर अपने को ठगा-सा महसूस करते हैं।
 
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