ख्वाबो में रात आये वो आकर चले गए
दिल के तमाम हाल सूना कर चले गए
हसरत को अपने दिल में दबाये हुए थे हम
बस एक तबस्सुम से जगा कर चले गए
जब मैंने उनसे इजहारे मोहब्बत की बात की
बातो-बातों में वो मुझको बहला कर चले गए
पूछा जो मैंने उनसे शबे-वस्ल का शबब
गर्दन झुकाई और शरमाकर चले गए !