Punjab News सोढल मंदिर अब ट्रस्ट के हवाले

जालंधर. श्री सिद्ध बाबा सोढल मंदिर की जमीन पर कब्जे के विवाद में एसडीएम ने सोढल ट्रस्ट को मंदिर का कब्जा सौंप दिया। हालांकि पहले से काबिज तालाब कारसेवा कमेटी ने रोष स्वरूप मंदिर के गेट पर ताला जड़ दिया। महिला संकीर्तन मंडली ने दोनों गुटों के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान सोढल मंदिर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था।

सोढल ट्रस्ट को कब्जा सौंपा

श्री सिद्ध बाबा सोढल मंदिर के रिसीवर एसडीएम-1 ए एस प्रभाकर ने कोर्ट के आदेश मुताबिक कब्जा ट्रस्ट के सुपुर्द कर दिया है। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान मंदिर चढ़ावे की धनराशि भी सौंप दी है, जिसे ट्रस्ट ने अपने खाते में जमा करवा दिया है। ट्रस्ट के महासचिव सुरिंदर चड्ढा ने बताया कि उन्हें रिसीवर ने 47 लाख 67 हजार 1 सौ 49 रुपए 85 पैसे का चैक दिया है, जिसे बैंक में जमा करवा दिया गया है। वहीं, इंप्रूवमैंट ट्रस्ट के चेयरमैन बलजीत सिंह नीला महल, गुरुद्वारा साहिब के प्रधान संतोख सिंह पायलट ने बताया कि गोलक की माया 18 जून को सुबह 8 बजे गिनी जाएगी। रिसीवर ने उन्हें गुरुद्वारा साहिब की चाबी सौंप दी है।

पुलिस बल लेकर पहुंचा ट्रस्ट

श्री सिद्ध बाबा सोढल ट्रस्ट मंदिर की 26 कनाल 7 मरले जमीन पर कब्जा लेने के लिए पुलिस बल को साथ लेकर पहुंचा। ट्रस्ट ने मंदिर के पिछले दरवाजे, चड्ढा बिरादरी मंदिर और अतर मुनि मंदिर पर कब्जा कर लिया। मंदिर की सभी गोलकों पर ताला लगा दिया गया, लेकिन जब वह तालाब कारसेवा कमेटी की हद की तरफ बढ़े तो दोनों गुट आमने-सामने हो गए। विवाद को सुलझाने के लिए दोनों गुटों की मीटिंग भी हुई, जिसमें ट्रस्ट प्रधान शीतल विज ने कमेटी प्रधान यशपाल ठाकुर और वरिष्ठ उपप्रधान विनय जालंधरी की ट्रस्ट में शामिल करने की बात को सिरे से नाकार दिया।

इस बात पर कमेटी ने ट्रस्ट को कब्जा देने से साफ इंकार कर दिया। मामला बढ़ गया और दोनों गुटों के पदाधिकारी अपशब्द पर उतर आए। मूकदर्शक बनी पुलिस ने मामले में हस्तक्षेप करना भी मुनासिब न समझा। वहीं, कमेटी ने सोढल ट्रस्ट पर बोर्ड फाड़ने का आरोप लगाकर मामले की लिखित शिकायत पुलिस को दी। उधर, ट्रस्ट महासचिव सुरिंदर चड्ढा ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया।
 
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