Punjab News रेत का घर भी सपना

रेत का महल बनाने की बातें सुनते आ रहे हैं लेकिन रेत और बजरी के आसमान छूते रेट अपने घर का सपना चकनाचूर कर रहे हैं। रेत की एक ट्राली दो हजार रुपए तक बिक रही है। यह सब हो रहा है पंजाब सरकार की मिलीभगत से। क्योंकि नदी-नालों से रेत और बजरी के खनन पर माफिया का कब्जा है।

अब इस मामले में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी चल निकला है। ट्रक आपरेटर भी साफ कहने लगे हैं कि यह सब मंत्रियों की शह पर हो रहा है। खनन माफिया दोगुने-तिगुने दाम पर रेत-बजरी बेच रहा है और सरकार चुप है।

दूसरे राज्यों की पर्ची

पठानकोट का कुछ हिस्सा हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर से सटा होने के कारण अवैध खनन करने वालों के हौसले बुलंद हैं। कारोबारी रावी दरिया और सूखे दरिया से रेत नहीं, रुपए खंगाल रहे हैं। पकड़े जाने पर जम्मू कश्मीर या हिमाचल प्रदेश की पर्ची दिखा दी जाती है क्योंकि इन राज्यों में खनन पर पाबंदी नहीं है। पंजाब माइनिंग सोसायटी के अध्यक्ष कुलदीप सिंह मक्कड़ ने खड्डों की नीलामी की मांग की है।

कूड़े से भरपाई

होशियारपुर : रेत माफिया अवैध खनन ही नहीं कर रहा, रेत टैक्स भी वसूल रहा है। माफिया की मनमर्जी के कारण भंगी चो व नसराला के किनारे बने बांध व पुल को खतरा बना रहता है। रेत निकाले जाने पर खाली हुई जगह पर नगर परिषद कूड़ा-कर्कट भर रही है। इसमें नष्ट न होने वाला पालिथीन व अन्य सामान भी शामिल है।
 

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