पलकों पे आज नींद की किर्चें बिख़र गईं, शीशे की आँख में कोई पत्थर का ख़्वाब है।
Goku Prime VIP Staff member May 26, 2018 #1 पलकों पे आज नींद की किर्चें बिख़र गईं, शीशे की आँख में कोई पत्थर का ख़्वाब है।