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नवजोत सिद्धू ने कहा, एक साथ होने चाहिए विधानसभा व निगम चुनाव



नवजोत सिद्धू ने कहा कि विधानसभा व निगम चुनाव एक साथ कराए जाने चाहिए। इससे विकास प्रभावित नहीं होता है। कहा कि राज्य में दिसंबर में हर हाल में निगम चुनाव करवाए जाएंगे।
जेएनएन, चंडीगढ़। स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कड़ा कानून बनाना चाहिए। इसके लिए वह विधानसभा के अगले सत्र में प्रस्ताव भी लाएंगे। चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पत्रकारों से रूबरू सिद्धू ने कहा कि विधानसभा व नगर निगमों के चुनाव एक साथ होने चाहिए। इससे सूबे का विकास प्रभावित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि दिसंबर में हर हाल में नगर निगमों के चुनाव करवा लिए जाएंगे।
सिद्धू ने कहा कि शहरों के सीवरेज की सफाई बीते दस सालों से करवाई ही नहीं गई। नजीजतन 90 फीसद सीवर ब्लाक (जाम) हैं। सीवरेज सफाई करवाई जा रही है। बीती सरकार ने दस सालों में लोगों को पेयजल उपलब्ध करवाने की दिशा में भी गंभीरता से काम नहीं किया। नाले में सीवरेज का पानी डालकर काम चलाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि सूबे के 60 से ज्यादा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों को चलाने के लिए सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई। अब छह महीने में तमाम प्रयास करके 13 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लाटों को चालू किया जा चुका है। आने वाले 15 दिनों में 15 के करीब सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों को चालू कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद सूबे में कांग्रेस की सरकार आ गई और निगमों में अकाली-भाजपा का राज रहा। नतीजतन विकास कार्य प्रभावित हुए, इसलिए विधानसभा व नगर निगम चुनाव साथ होने चाहिए। अब चुनाव आचार संहिता 15 को खत्म होगी जिसके बाद विकास कार्य शुरू करवाने की कवायद की जा रही है। कांग्रेस सरकार पांच मुद्दों पर निगमों के चुनाव लड़ेगी।
इनमें ऑनलाइन नक्शे पास करने का काम, स्वच्छ पेयजल के लिए नहरी पानी, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, नई विज्ञापन नीति व सीवरेज की सुविधा के साथ-साथ विकास के मॉडल को लेकर विजन पेश किया जाएगा। पिछली सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने में बिल्कुल नाकाम रही। विरासत-ए-खालसा को और ज्यादा बेहतर बनाने व टूरिस्टों को वहां पर रोकने के लिए सरकार संभावित प्रोजेक्ट पर विचार कर रही है।
'अखबार में छपी खबर ने मेरी जिंदगी बदल दी'

एक सवाल के जवाब में नवजोत सिद्धू ने कहा, '1983 में अखबार में छपी एक खबर ने मेरी जिंदगी बदल कर रख दी थी। क्रिकेट टीम में सेलेक्शन न होने को लेकर छपी इस खबर को पढ़कर जब मेरे पिताजी की आंखों में आंसू आ गए तो मैंने दिन-रात एक करके प्रैक्टिस की और नतीजा रंग लाया। उसके बाद से मैं हमेशा ही मीडिया की दिल से इज्जत करता हूं।'
 
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