ऑनलाइन चोरी, खाते से निकले 95 हजार

चंडीगढ़. आपके सेलफोन पर किसी बैंक के नाम पर आया एसएमएस फर्जी भी हो सकता है। ऐसे किसी एसएमएस के जवाब में अपनी पर्सनल इन्फॉर्मेशन देना आपको महंगा पड़ सकता है, खासकर तब जब आप ऑनलाइन बैंकिंग करते हों। ऐसे ही एक एसएमएस के चक्कर में सेक्टर 52 के नितिन परगल के बैंक अकाउंट से 95 हजार रुपये निकल गए।

गुम हुआ था मोबाइल फोन

एक आईटी कंपनी की सेक्टर 34 स्थित ब्रांच में टेक्निकल मैनेजर नितिन का 19 जून को सेलफोन गुम हो गया था। इसकी सूचना उन्होंने सेक्टर 34 थाना पुलिस को दी। नितिन ने बताया कि उनके ऑनलाइन बैंक अकाउंट की यूजर आईडी फोन के ड्राफ्ट मैसेज बॉक्स में सेव थी। उन्होंने 21 जून को डुप्लीकेट नंबर एक्टिवेट करवाकर नया सेलफोन चालू कर लिया। उसी दिन आईसीआईसीआई बैंक के नाम पर एक एसएमएस आया कि कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव आपको फोन करेंगे, अपने अकाउंट संबंधी कुछ जानकारी उन्हें बता दें।

इसके बाद 07666524860 और 09004060253 नंबर से दो फोन आए। फोन करने वाले ने खुद को बैंक का कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव बताते हुए उनसे जन्म तिथि, जन्म स्थान, माता-पिता का नाम, गाड़ी का नंबर, शादीशुदा हैं या नहीं जैसी जानकारी पूछी और अंत में सवाल किया कि अपने अकाउंट का पासवर्ड क्या रखेंगे? नितिन ने इसे आम प्रक्रिया समझते हुए जानकारी दे दी।

उसी शाम करीब 5.09 बजे उनके सेलफोन पर एसएमएस आया कि आपके अकाउंट से 95 हजार 250 रुपये ट्रांसफर हुए हैं। उस वक्त नितिन खरड़ में थे, उन्होंने तुरंत आईसीआईसीआई बैंक की खरड़ ब्रांच के मैनेजर को सूचना दी। वहां से पता चला कि उनके अकाउंट से पैसा कानपुर के कहकशंत तबस्सुम के अकाउंट में ट्रांसफर हुआ है। मैनेजर ने इसकी सूचना कानपुर में संबंधित ब्रांच को दी।

कुछ देर बाद कानपुर ब्रांच से तबस्सुम के अकाउंट से 25 हजार रुपये निकालने एक पुरुष व महिला पहुंची। बैंक कर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वह किसी तरह भाग निकले। इसके बाद नितिन ने आईसीआईसीआई बैंक के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और एसएसपी चंडीगढ़ को शिकायत दी है।

कैसे मिला पासवर्ड

पैसा निकालने वाले को नितिन की ऑनलाइन अकाउंट आईडी तो फोन से मिल गई, लेकिन पासवर्ड नहीं था। अनुमान लगाया जा रहा है कि बैंक के नाम नितिन को कॉल करके जो जानकारी ली गई उसके आधार पर ही पासवर्ड क्रैक किया गया।

साइबर सेल के इंस्पेक्टर अमनजोत की मुताबिक बैंक या अन्य कंपनियां अपने कॉल सेंटर से ही एसएमएस भेजती हैं। जबकि फर्जी एसएमएस अक्सर इंटरनेट के जरिये आते हैं। इस तरह के एसएमएस आने पर किसी भी व्यक्ति को अपनी व्यक्तिगत जानकारी न दें।

ऑनलाइन बैंकिंग में पैसा तभी ट्रांसफर हो सकता है जब आपका पासवर्ड और यूजर आईडी किसी दूसरे के हाथ लग जाए। बैंक के पास तकनीकी रूप से मजबूत सेटअप है, कोई भी व्यक्ति आईडी और पासवर्ड के बगैर पैसा नहीं निकाल सकता। नितिन का पैसा जिस अकाउंट में ट्रांसफर हुआ था उसे सीज कर दिया गया है। जल्द ही नितिन के अकाउंट में पैसा वापस ट्रांसफर हो जाएगा।
 
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