मनमोहन सरकार यानी निर्मल बाबा का दरबार: मो&#23

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मनमोहन सरकार यानी निर्मल बाबा का दरबार: मोदी



नई दिल्ली।। एनडीए में शामिल सहयोगी दल भले ही नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का दावेदार मानने से हिचक रहे हों, लेकिन शुक्रवार को मुंबई की बीजेपी की रैली में मोदी भावी प्रधानमंत्री की ही तरह गरजे। अपने खास शैली में मोदी ने पीएम मनमोहन सिंह सरकार की धज्जियां उड़ाईं। मोदी ने अपने भाषण में मनमोहन सिंह सरकार की तुलना निर्मल बाबा के दरबार से कर दी।

बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के अंतिम दिन शुक्रवार को मुंबई के परेल के बाबू गेनू मैदान में रैली का आयोजन किया गया था। मंच पर बीजेपी शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, नितिन गडकरी जैसे कद्दावर राष्ट्रीय नेता मौजूद थे, लेकिन रैली में छा गए नरेंद्र मोदी। अपने 30 मिनट के भाषण में मोदी ने सिर्फ 5 मिनट अपनी उपलब्धियां गिनाने पर खर्च किए, बाकी 25 मिनट उन्होंने मनमोहन सरकार की धज्जियां उड़ाईं।

मोदी ने मनमोहन सिंह सरकार को निर्मल बाबा के दरबार की उपाधि देते हुए कहा कि जिस तरह निर्मल बाबा अपने दरबार में 'रसगुल्ले' बांटते हैं, उसी तरह यह सरकार भी जनता को वादों की खैरात बांट रही है। निर्मल बाबा पर मुकदमा चल रहा है। वह भी जनता की अदालत में मनमोहन सरकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगे। उन्होंने कांग्रेस प्रेजिडेंट सोनिया गांधी के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि वह अपने सिपहसलारों को परफॉर्मेंस देने के पाठ पढ़ा रही हैं। इसका अर्थ है कि सरकार सिर्फ वादे करती है, लेकिन परफॉर्मेंस नहीं देती।

उन्होंने कहा कि इस सरकार का न कोई एक नेता है, न नीति है और न ही नीयत साफ है। यूपीए-2 के 3 साल के रिपोर्ट कार्ड की बखिया उधेड़ते हुए मोदी ने केंद्र सरकार को रुपये की गिरती कीमत, महंगाई, राष्ट्रीय सुरक्षा, घुसपैठ, नक्सलवाद और आतंकवाद के मुद्दे पर घेरते हुए सवाल किया कि देश कब तक ऐसी सरकार को झेलता रहेगा?

मोदी ने कहा कि सचाई यह है कि इंदिरा जी से लेकर आज तक कांग्रेस सरकारें सिर्फ वादे ही करती आई हैं।

गौरतलब है कि रैली में पार्टी के सुषमा स्वराज और लालकृष्ण आडवाणी गैरमौजूद थे। माना जा रहा है कि आडवाणी और सुषमा पार्टी मामलों में संघ की दखलअंदाजी से खफा हैं। हालांकि, पार्टी इन सब बातों को टाल रही है।
 
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