शब् ए आखिर ये तेरे साथ की कुछ देर में ढल जायेगी शम्मा मेरी उम्मीद की चुप चाप पिघल जायेगी दुनिया का तो कुछ भी नहीं बदलेगा तेरे जाने से मगर किसी नादान की दुनिया ही बदल जायेगी..............