मोहब्बत ऐसा आलम देखाएगी, मालूम न था मुझे तेरी चाहत दीवाना बनाएगी, मालूम न था मुझे अब प्यार में इस्कदर डूबा हूँ, हूँ इस दुनिया से बेखबर इश्क़ मौत के खोफ़ से परे है, मालूम न था मुझे..