मोटी नहीं, स्वस्थ बनें महिलाएं

वजन
कम करने और 'साइज जीरो' बॉडी पाने का शगल इन दिनों चारों ओर जोर पकड़े हुए
है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह शगल महिलाओं को बीमारियों की ओर
धकेलने के अलावा कुछ नहीं कर रहा। महिलाओं को इसके बजाए संतुलित भोजन पर
ध्यान देना चाहिए, जो भविष्य के लिए उनके शरीर को भीतर से मजबूत करे।

फिजीशियन डॉ. कल्पना जैन ने बताया कि लड़कियों में वजन कम करने के लिए
दवाइयां लेने का चलन उनके पूरे अंदरुनी चक्र को प्रभावित कर रहा है।

डॉ. कल्पना ने कहा कि घर और बाहर की दोहरी जिम्मेदारियां निभाने के बाद
डायटिंग का जोर महिलाओं की पूरी शारीरिक संरचना को प्रभावित करता है।
महिलाएं भरपेट और संतुलित भोजन करें, इससे न तो वजन बढ़ेगा और न ही शरीर
को बीमारियां कभी घेरेंगी।

बाजार में मिल रही वजन कम करने की दवाइयों के दुष्प्रभावों के बारे में
उन्होंने कहा कि बाजार में बहुत सी ऐसी रसायनयुक्त दवाइयां मिलती हैं, जो
कुछ ही सप्ताह में वजन कम करने का दावा करती हैं। ऐसी दवाएं खास तौर पर
महिलाओं को बिल्कुल नहीं लेनी चाहिए, क्योंकि इनमें मौजूद रसायन उनके
प्रजनन चक्र को प्रभावित करते हैं।

ब्रिटेन के ब्रिस्टल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने भी लगातार वजन घटाने
की कोशिश के दुष्परिणाम अपने शोध में प्रदर्शित किए हैं। शोधकर्ताओं ने
पाया है कि हड्डियों की मजबूती सीधे तौर पर वसा के स्तर से जुड़ी है। इसका
मतलब है कि पतले होने और कम वजन का दबाव हड्डियों के टूटने के खतरे को
बढ़ा सकता है।

शोधकर्ताओं के मुताबिक महिलाओं में हड्डियों का मजबूत होना ज्यादा जरूरी
है क्योंकि महिलाओं में हड्डियों के पतले होने या ओस्टियोपोरोसिस के अलावा
कूल्हे की हड्डी टूटने का खतरा भी पुरुषों से तीन गुना ज्यादा होता है।

स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मानसी भोगल ने बताया कि महिलाएं अगर वजन कम करने
के बजाए स्वस्थ होने की ओर ध्यान दें, तो शरीर की सभी समस्याएं स्वत: ही
सुलझ जाएं।

डॉ. मानसी ने कहा कि वजन कम करने के लिए डायटिंग का सहारा लेना शरीर को
हमेशा के लिए खराब करना है। आज-कल लड़कियां कम वजन के लिए खाना कम कर देती
हैं, जो उनके आगे के पूरे जीवनचक्र को खराब करता है।

डॉ. मानसी के अनुसार, किशोर लड़कियां और युवतियां यह नहीं समझ पातीं कि
उन्हें भविष्य में मां बनने के लिए अपने शरीर को अभी से फिट रखना जरूरी
है। गर्भावस्था और मां बनने के दौरान शरीर को अंदरुनी ताकत की जरूरत होती
है, जो डायटिंग से नहीं मिल सकती।

डॉ. मानसी ने जोर देते हुए कहा कि महिलाओं को मोटापे से दूर रहना चाहिए,
लेकिन वजन कम करने और पतले होने की 'अनावश्यक सनक' बीमारियों के अलावा कुछ
नहीं दे सकती।
 
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