मानसून पड़ा धीमा, कुछ देरी से पहुंचेगा चंड&#23

गर्मी की तपिश सहते हुए मानसून की बारिश की राह देखने वालों का इंतजार कुछ और लंबा हो सकता है। मध्य भारत पहुंचने के बाद मानसून धीमा पड़ने से चंडीगढ़ और आसपास के इलाकों में इसके कुछ देरी से पहुंचने की संभावना बन गई है। मौसम विभाग की मानें तो 29 जून तक मानसून को चंडीगढ़ पहुंच जाना चाहिए था, लेकिन अब चार-पांच दिन और इंतजार करना पड़ सकता है।

चंडीगढ़ और आसपास के लोग इस बार मार्च के महीने से ही रिकॉर्ड तोड़ गर्मी सह रहे हैं। मार्च में गर्मी ने 30 वर्षो के रिकॉर्ड तोड़ डाले तो अप्रैल की तपिश ने पिछले 40 बरसों की गर्मी के रिकॉर्ड धुंधले कर दिए। लेकिन इसके बाद मानसून के सही समय पर दस्तक देने और फिर तेजी से आगे बढ़ने के बाद गर्मी से राहत की उम्मीद बंधी थी। लेकिन अब मानसून के धीमा पड़ने से यह उम्मीद पूरा होने में कुछ और समय लग सकता है।

मानसून के भारत में दस्तक देने के बाद अरब सागर से आगे बढ़ने वाले ईस्ट सेंट्रल, वेस्ट सेंट्रल और नार्थ ईस्ट तो अपने तय समय पर आगे बढ़ गया। लेकिन 15 जून के बाद मानसून बिलकुल धीमा पड़ गया है। इस वजह से अरब सागर से गुजरात को छूते हुए आगे निकलने वाला नार्थ वेस्ट मानसून बिलकुल धीमा पड़ा है। पिछले साल 30 जून को मानसून चंडीगढ़ पहुंचा था। इसके बाद जुलाई और अगस्त में भी चंडीगढ़ में औसत से कम बारिश हुई। इसकी भरपाई सितंबर के दूसरे हफ्ते में तीन दिनों तक हुई बारिश से हुई थी। इस साल भी अब जुलाई के पहले हफ्ते में मानसून चंडीगढ़ पहुंचने के आसार हैं।
 
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