मोदी-नीतीश जैसा नेता चाहिए देश को : अन्ना

नई दिल्ली.समाजसेवी अन्ना हजारे ने रविवार को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर विवाद पैदा कर दिया। साथ ही उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आज देश को इन दोनों जैसे अच्छे नेताओं की जरूरत है जो देश को विकास की ओर ले जा सकें। दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी दोनों से सीख लेना चाहिए। कांग्रेस ने अन्ना के इस बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।

उन्होंने कृषि मंत्री शरद पवार पर खुलकर हल्ला बोला। उन्होंने कहा अगर जनता मांग करती है तो पवार को केंद्रीय मंत्री पद से भी इस्तीफा दे देना चाहिए। यह जनतंत्र है। भ्रष्ट लोगों को सत्ता में नहीं रहना चाहिए।

उधर एनसीपी के महासचिव तारिक अनवर ने कहा कि भ्रष्टाचार बड़ा मुद्दा है लेकिन जिस तरह की दबाव की रणनीति अपनाई गई है, वह सही नहीं है। वहीं संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री सचिन पायलट ने अन्ना की मुहिम की सराहना करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार देश के लिए गंभीर चुनौती है और उसे मिलकर खत्म करना होगा।

समिति में नहीं होगा बदलाव

हजारे ने लोकपाल बिल की प्रारूप समिति में पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण और उनके वकील पुत्र प्रशांत भूषण को शामिल करने पर बाबा रामदेव की आपत्तियों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि समिति में सामाजिक संगठनों के नामांकित प्रतिनिधियों में कोई बदलाव नहीं होगा। हमें बिल बनाने के लिए विशेषज्ञ चाहिए। हजारे ने कहा, इस समय हमें देश के बारे में सोचना चाहिए। बाबा के मन में देश के लिए प्यार है।



लोकपाल बिल से कुछ नहीं मिलेगा : सिब्बल

केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल ने लोकपाल बिल पर विवादित बयान दिया है। सिब्बल ने कहा, अगर एक गरीब बच्चे को स्कूली शिक्षा नहीं मिल पा रही है तो लोकपाल बिल क्या करेगा। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या लोकपाल बिल से लोगों को बिजली, पानी, सिलेंडर, फोन जैसी सुविधाएं मिल सकंेगी।



भ्रष्ट को सूली और पैसे की खून से वसूली का प्रावधान हो ड्राफ्ट में
भारत स्वाभिमान आंदोलन ने भी लोकपाल विधेयक का मसौदा तैयार करने वाली कमेटी में पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण और उनके पुत्र को शामिल किए जाने की कड़ी आलोचना की है। भारत स्वाभिमान के प्रवक्ता एसके तिजरावाला ने कहा कि सितंबर 2010 में भ्रष्टाचार का मुद्दा हमने पहली बार उठाया और उसमें अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल को आमंत्रित किया। इसके बाद इस साल 27 फरवरी को दिल्ली के रामलीला मैदान में एक बड़ी रैली आयोजित की गई। इसमें लाखों लोग जमा हुए और हमारे कार्यकर्ताओं ने इसे सफल बनाने में काफी मेहनत की।

तिजरावाला ने कहा कि हमसे कई लोग पूछ रहे हैं पिता मुखिया, बेटा सदस्य औऱ केजरीवाल की सीट का रहस्य। लेकिन हम इस पर कोई जवाब नहीं दे पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार से लड़ते समय हमें परिवारवाद और जातिवाद से कोसों दूर रहना होगा। उन्होंने कहा कि जनलोकपाल विधेयक में भ्रष्ट को सूली और पैसे की खून से वसूली के बिना सफल नहीं होगा।

हरिद्वार में बाबा रामदेव ने कमेटी में पिता पुत्र को शामिल करने पर कहा है कि यह भाई भतीजावाद का परिचायक है। रामदेव ने कहा कि कमेटी में पिता और पुत्र को शामिल करने का क्या औचित्य है?
 
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