मुंबई की हर बडी प्रॉपर्टी डीलिंग में अंडर&#235

मुंबई की हर बडी प्रॉपर्टी डीलिंग में अंडरवर्ल्ड का हाथ !



इतनी जानकारी पढने के बाद किसी के भी मन में यह प्रश्न आता है की इतने सालों तक पुलिस, प्रशासन तथा सरकार क्या सो रहे थे ? सभी यंत्रणाए हाथ में होते हुए भी अंडरवर्ल्ड को प्रॉपर्टी डीलिंग में हस्तक्षेप करने से प्रशासन क्यों नहीं रोक सकती ? क्या पुलिस आैर प्रशासन को भी इस प्रकार के व्यवहारों से फायदा मिलता है ?
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दो दशकों के बाद भी मुंबई की हर बडी प्रॉपर्टी डीलिंग और हर एसआरए प्रोजेक्ट अंडरवर्ल्ड के इशारे पर हो रहा है ! अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के कभी करीबी माने जानेवाले डी के राव की गिरफ्तारी से यह साफ हो गया है कि, आज भी मुंबई और आस-पास के इलाकों के एसआरए प्रोजेक्ट पर किस तरह से अंडरवर्ल्ड हावी है ! मुंबई क्राइम ब्रांच ने गैंगस्टर डी के राव के एक एसआरए प्रोजेक्ट में शामिल बिल्डर से पूरे ५० लाख की जबरन वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया है।
एसआरए प्रोजेक्ट अर्थात स्लम रिहेबिलिटेशन अथॉरिटी जिसमें सरकार झोपडपट्टियों को हटा कर बडे-बडे बिल्डरों को इमारत बनाने का काम देती है। करोडों और अरबों रुपए के इन एसआरए प्रोजेक्ट में अंडरवर्ल्ड की भूमिका नई नहीं है पर पिछले कुछ सालों से मुंबई पुलिस दावा कर रही थी कि, उन्होंने शहर से अंडरवर्ल्ड का खात्मा कर दिया है औऱ सारे सरकारी प्रोजेक्ट बिना अंडरवर्ल्ड के चल रहे हैं !
परंतु अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के कभी करीबी माने जानेवाले डी के राव को गिरफ्तारी से यह साफ हो गया है कि, आज भी मुंबई और आस-पास के इलाकों में एसआरए प्रोजेक्ट में अंडरवर्ल्ड का पावर ही चलता है ! मुंबय क्राइम ब्रांच ने गैंगस्टर डी के राव मुंबई के धारावी में चल रहे एक एसआरए प्रोजेक्ट में जबरन वसूली करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
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गैंगस्टर डी के राव मुंबई क्राइम ब्रांच के डीसीपी दिलीप सावंत का कहना है कि, डी के राव को गिरफ्तार किया गया है उस पर ५० लाख की जबरन वसूली का आरोप था। वह पिछले साल ही जेल से बाहर आया है और उसने फिर से अपना गैंग बनाकर जबरन वसूली का काम शुरू किया था। इस मामले में कुछ और लोग भी गिरफ्तार हो सकते हैं !
पूर्व आयपीएस अधिकारी पी के जैन का भी मानना है कि, एसआरए प्रोजेक्ट में पैसों का टर्नओवर काफी ज्यादा होता है और ऐसे प्रोजेक्ट में बिल्डरों को काफी फायदा भी पहुंचता है। इसलिए एसआरए प्रोजेक्ट शुरू से ही अंडरवर्ल्ड के निशाने पर रहता है ! जानकारों का यह भी मानना है कि, कभी-कभी अंडरवर्ल्ड डॉन बडे-बडे एसआरए प्रोजेक्ट को पाने के लिए अपने ही बिल्डरों को उतार देते हैं। करोडों के एसआरए प्रोजेक्ट को पाने के लिए अंडरवर्ल्ड कुछ भी करने को तैयार रहता है !
जैन के अनुसार, एसआरए प्रोजेक्ट में अंडरवर्ल्ड हमेशा रहता है। प्रोजेक्ट के निकलने से लेकर उसे पाने तक हर जगह अंडरवर्ल्ड शामिल रहता है। करोड़ों रुपए के प्रोजेक्ट में अंडरवर्ल्ड को आसानी से पैसा कमाने का मौका मिलता है जिसमें अंडरवर्ल्ड सबसे अहम रहता है !
गैंगस्टर डी के राव की गिरफ्तारी से मुंबई पुलिस काफी सर्तक है पर पुलिस का दावा है कि, वो किसी भी हालत में एक बार फिर से मुंबई शहर में एसआरए प्रोजेक्ट को लेकर अंडरवर्ल्ड को अपना पैर पसारने नहीं देगी !
 
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