लौट आती है हर बार इबादत मेरी खाली, न जाने किस ऊँचाई पे मेरा खुदा रहता है.. #unknown
U userid97899 Guest Jul 26, 2016 #1 लौट आती है हर बार इबादत मेरी खाली, न जाने किस ऊँचाई पे मेरा खुदा रहता है.. #unknown