कैसे कहे हम प्यार ने हमको, क्या क्या खेल दिखाए
यूँ शरमाई किस्मत हमसे, खुदसे हम शरमाये
बागों को तो पतझड़ लुटे, लूटा हमे बहार ने
दुनियाँ मरती मौत से लेकिन मारा हमको प्यार ने
अपना वो हाल है, बीच सफ़र में, जैसे कोई लूट जाए
तुम क्या जानो, क्या चाहा था, क्या लेकर आये हम
टूटे सपने, घायल नग्में, कुछ शोले कुछ शबनम
कितना कुछ हैं पाया हमने, कहे तो कहा ना जाए
ऐसी बजी शहनाई घरमें, अब तक सो ना सके हम
अपनों ने हम को इतना सताया, रोये तो रोना सके हम
अब तो करो कुछ ऐसा यारो, होश ना हमको आये
यूँ शरमाई किस्मत हमसे, खुदसे हम शरमाये
बागों को तो पतझड़ लुटे, लूटा हमे बहार ने
दुनियाँ मरती मौत से लेकिन मारा हमको प्यार ने
अपना वो हाल है, बीच सफ़र में, जैसे कोई लूट जाए
तुम क्या जानो, क्या चाहा था, क्या लेकर आये हम
टूटे सपने, घायल नग्में, कुछ शोले कुछ शबनम
कितना कुछ हैं पाया हमने, कहे तो कहा ना जाए
ऐसी बजी शहनाई घरमें, अब तक सो ना सके हम
अपनों ने हम को इतना सताया, रोये तो रोना सके हम
अब तो करो कुछ ऐसा यारो, होश ना हमको आये