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जयपुर. अमरनाथ यात्रियों की बसों पर मंगलवार को अनंतनाग से श्रीनगर के बीच वहां के लोगों ने दो बार पथराव किया। जयपुर शहर से गई २७ में से तीन बसें पथराव में क्षतिग्रस्त हो गईं। पथराव में कुछ यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं। बिगड़े हालात को देखते हुए बेड़े में शामिल 11 बसें अनंतपुर और 13 बसें फंटाचौक में रोक दी गई हैं।
अमरनाथ यात्रा की अवधि दो महीने से घटाकर 15 दिन करने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों ने अवंतिपोर, फंटाचौक और अनंतपुर इलाके में बसों पर पथराव किया। अनंतपुर से जयपुर के राजकुमार गोयल ने फोन पर बताया कि खन्नाबल के पास पथराव में तीन बसें क्षतिग्रस्त हो गईं। बाद में सुरक्षाबलों की निगरानी में बसों को रवाना किया गया। शाम करीब सवा चार बजे श्रीनगर से 20 किलोमीटर पहले अवंतिपोर में प्रदर्शनकारियों ने अमरनाथ जाने वाली गाड़ियों पर वापस पथराव किया। इसमें कुछ यात्री मामूली रूप से जख्मी हो गए।
उन्होंने बताया कि 24 जून को 27 बसों में 1751 यात्री जयपुर से अमरनाथ के लिए रवाना हुए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय प्रशासन की ओर से मंगलवार रात तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। प्रशासन की ओर से खाने-पीने की भी कोई व्यवस्था नहीं है। फंटाचौक से जयपुर के डॉ.बी.एल अग्रवाल और पंडित मोहनलाल शर्मा ने फोन पर बताया कि प्रशासन की ओर से यहां यात्रियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। अभी तक हमें आईजी, डीआईजी या अन्य किसी अधिकारी से नहीं मिलने दिया गया है और न ही आगे बढ़ने के बारे में कोई जानकारी दी गई है।
अमरनाथ यात्रा की अवधि दो महीने से घटाकर 15 दिन करने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों ने अवंतिपोर, फंटाचौक और अनंतपुर इलाके में बसों पर पथराव किया। अनंतपुर से जयपुर के राजकुमार गोयल ने फोन पर बताया कि खन्नाबल के पास पथराव में तीन बसें क्षतिग्रस्त हो गईं। बाद में सुरक्षाबलों की निगरानी में बसों को रवाना किया गया। शाम करीब सवा चार बजे श्रीनगर से 20 किलोमीटर पहले अवंतिपोर में प्रदर्शनकारियों ने अमरनाथ जाने वाली गाड़ियों पर वापस पथराव किया। इसमें कुछ यात्री मामूली रूप से जख्मी हो गए।
उन्होंने बताया कि 24 जून को 27 बसों में 1751 यात्री जयपुर से अमरनाथ के लिए रवाना हुए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय प्रशासन की ओर से मंगलवार रात तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। प्रशासन की ओर से खाने-पीने की भी कोई व्यवस्था नहीं है। फंटाचौक से जयपुर के डॉ.बी.एल अग्रवाल और पंडित मोहनलाल शर्मा ने फोन पर बताया कि प्रशासन की ओर से यहां यात्रियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। अभी तक हमें आईजी, डीआईजी या अन्य किसी अधिकारी से नहीं मिलने दिया गया है और न ही आगे बढ़ने के बारे में कोई जानकारी दी गई है।