Punjab News गली-गली विच्च् ‘शराब दी सेवा’

राज्य को नशामुक्त बनाने के बड़े-बड़े दावे करने वाले अकालियों के राज में ही नशे का कारोबार फल-फूल रहा है। लोगों के विरोध के बावजूद सत्ताधारी नेता मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। लोगों का कहना है कि घरों के नजदीक ठेके होंगे तो युवा पीढ़ी तो शराब के नशे में डूबेगी ही, साथ ही महिलाओं के लिए भी माहौल खराब होगा। शराब और शराबियों की संख्या में इजाफा होने से आम लोगों के लिए असुरक्षा का वातावरण पैदा होगा।
लोगों को शराब पिलाकर सरकार कैसा राजस्व एकत्रित करना चाहती है? राजस्व लोगों और राज्य के विकास के लिए ही एकत्रित किया जाता है। अगर पहले कदम में ही लोगों का नुकसान हो रहा है तो क्या फायदा?
 
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