~Guri_Gholia~
VIP
तेरी अदओ से हटके कुछ देखा है
तेरी मदहोशी को पी के देखा है
मुस्कुरा न यूहन तू खड़ी खड़ी
ए ज़िंदगी! तेरे हर सितम मे जी के देखा है!
लगता है जैसे साँसे थम सी रही है
आँखों मॅ नींद है एन दिल मॅ करार
मुस्कुरा रही है तू खड़ी खड़ी
ए ज़िंदगी! तुझे मार के भी जिया है!
तन्हाई से मेल हो रहा है
खुद ही खुद से बोल रहा है
मुस्कुराती क्यो है तू खड़ी खड़ी
ए ज़िंदगी! तेरा हर विष पिया है!
मुझे ले चल अपने संग कही
तेरे बिन हर पलसुना लगता है
हँसती है अब तू खड़ी खड़ी
ए ज़िंदगी! तेरा मेरा कुछ तो रिश्ता है!!
***
तेरी मदहोशी को पी के देखा है
मुस्कुरा न यूहन तू खड़ी खड़ी
ए ज़िंदगी! तेरे हर सितम मे जी के देखा है!
लगता है जैसे साँसे थम सी रही है
आँखों मॅ नींद है एन दिल मॅ करार
मुस्कुरा रही है तू खड़ी खड़ी
ए ज़िंदगी! तुझे मार के भी जिया है!
तन्हाई से मेल हो रहा है
खुद ही खुद से बोल रहा है
मुस्कुराती क्यो है तू खड़ी खड़ी
ए ज़िंदगी! तेरा हर विष पिया है!
मुझे ले चल अपने संग कही
तेरे बिन हर पलसुना लगता है
हँसती है अब तू खड़ी खड़ी
ए ज़िंदगी! तेरा मेरा कुछ तो रिश्ता है!!
***