dilbardeewana
VIP
तुम्हे जो बे-सबब मुझसे खफा होने की आदत हैं
ये आग़ाज़-ऐ-जुदाई हैं के अंदाज़-ऐ-मुहब्बत ?
ये आग़ाज़-ऐ-जुदाई हैं के अंदाज़-ऐ-मुहब्बत ?
वफ़ा के रंग में देखो, जफ़ा अच्छी नहीं होती
किसी से प्यार में इतनी अना अच्छी नहीं होती
किसी से प्यार में इतनी अना अच्छी नहीं होती
चलो, अब मान भी जाओ बहुत सी हो चुकी रंजिश
किसी दिन और कर लेना ये पूरी तुम अपनी ख्वाहिश
किसी दिन और कर लेना ये पूरी तुम अपनी ख्वाहिश
फ़कत कहने की बातें हैं, निभाता हैं कौन किस को ?
चलो, अब देख लेते हैं, मनाता कौन हैं... किस को ?
चलो, अब देख लेते हैं, मनाता कौन हैं... किस को ?