चीन : डोकलाम को पीछे छोड़ हम भारत के साथ रिश्&

कोलकाता.चीन ने भारत के साथ बाइलेटरल रिलेशन सुधारने की बात कही है। बीजिंग ने कहा है कि वह डोकलाम विवाद को भूल चुका है और अब भारत के साथ मिलकर रिश्ते को आगे बढ़ाने पर काम कर रहा है। चीन के कॉन्सुल जनरल मा झानवु ने ये बयान दिया है। बता दें कि सिक्किम के डोकलाम एरिया में दोनों देशों के बीच गतिरोध 72 दिनों के बाद 28 अगस्त को खत्म हुआ था। भारत-चीन ने इलाके में आमने-सामने तैनात अपने सैनिकों को वापस बुलाने का फैसला किया था। साथ काम करके सहयोग को आगे बढ़ाया जा सकता है...
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक चीन के कॉन्सुल जनरल मा झानवु ने शुक्रवार रात कोलकाता में एक इवेंट में कहा, "भारत और चीन मिलकर काम कर रहे हैं। साथ काम करके आपस में सहयोग को आगे बढ़ाया जा सकता है। डोकलाम एपिसोड को पीछे छोड़कर हम अपने संबंध को आगे बढ़ा रहे हैं।"
मोदी-जिनपिंग की मीटिंग में हुई थी चर्चा
- झानवु ने कहा, "पीएम नरेंद्र मोदी और प्रेसिडेंट शी जिनपिंग की 5 सितंबर को मीटिंग हुई थी, जिसमें रिश्तों को आगे कैसे बढ़ाया जाए, इस पर चर्चा हुई थी।" पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की स्थापना की 68वीं वर्षगांठ के मौके पर ऑर्गनाइज इवेंट में झानवु ने कहा, "जब तक दोनों देश एक साथ मिलकर काम करेंगे, तब तक आदान-प्रदान, विकास और सहयोग को बढ़ाने के काबिल बने रहेंगे।"
डोकलाम जैसी घटना दोबारा न हो, इस पर बनी थी सहमति
- झानवु से जब यह पूछा गया कि क्या दोनों देशों ने डोकलाम गतिरोध को पीछे छोड़ दिया है, इस पर उन्होंने कहा, "हां, हम विवाद को पीछे छोड़कर अपने रिश्ते को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।"
- बता दें कि मोदी ने शियामेन में हाल ही में खत्म हुई 9वीं ब्रिक्स समिट से इतर 5 सितंबर को जिनपिंग के साथ मीटिंग की थी। इस दौरान दोनों लीडर इस बात पर रजामंद हुए थे कि भारत-चीन को डोकलाम जैसी घटना दोबारा न हो, इस पर काम करना होगा और सिक्युरिटी पर्सनल्स के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए ज्यादा कोशिशें करनी होंगी।
क्या था विवाद?
- चीन सिक्किम सेक्टर के डोकलाम इलाके में सड़क बना रहा था। यह घटना जून में सामने आई थी। डोकलाम के पठार में ही चीन, सिक्किम और भूटान की सीमाएं मिलती हैं। भूटान और चीन इस इलाके पर दावा करते हैं। भारत भूटान का साथ देता है। भारत में यह इलाका डोकलाम और चीन में डोंगलोंग कहलाता है।
- चीन ने 16 जून से यह सड़क बनानी शुरू की थी। भारत ने विरोध जताया तो चीन ने घुसपैठ कर दी थी। चीन ने भारत के दो बंकर तोड़ दिए थे।
- दरअसल, सिक्किम का मई 1975 में भारत में विलय हुआ था। चीन पहले तो सिक्किम को भारत का हिस्सा मानने से इनकार करता था। लेकिन 2003 में उसने सिक्किम को भारत के राज्य का दर्जा दे दिया। हालांकि, सिक्किम के कई इलाकों को वह अपना बताता रहा है।
72 दिन में कितना बढ़ गया था टकराव?
- चीन ने अपने विदेश मंत्रालय और सरकारी मीडिया के जरिए भारत को कई धमकियां दीं। हालांकि, भारत की तरफ से संयमित बयान दिए गए। सुषमा स्वराज ने संसद में कहा कि बातचीत से ही इस मसले का हल निकलेगा।
- इसी बीच, 15 अगस्त को चीन के कुछ सैनिकों ने लद्दाख की पेंगगोंग लेक के करीब भारतीय इलाके में घुसपैठ की कोशिश की। भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को रोकने की कोशिश की। इसके बाद दोनों देशों के सैनिकों के बीच पहले हाथापाई हुई। इसके बाद मामला पत्थरबाजी तक पहुंच गया।
- इसके बाद माना गया कि दोनों देशों के बीच टकराव और बढ़ेगा, लेकिन डिप्लोमैटिक चैनल्स के जरिए डोकलाम विवाद 72 दिन बाद सुलझ गया।
 
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