भगत सिंह पूर्णतया नास्तिक थ

भगत सिंह पूर्णतया नास्तिक थे......
उनका कहना था कि आखिर ईश्वर
कितना अत्याचार देखने के बाद जागेगा.....
मनुष्य के जागने के बाद ईश्वर
जागा तो उसकी क्या आवश्यकता.....
उन्होने अपनी एक पुस्तक में लिखा है....
अगर मेरी एक गोली अंग्रेजों के लिये है.....
तो दूसरी यहां के जमीदारों, पूंजीपतियों और
उनके चाटुकारों जैसे नौकरी करने वालों के लिये
है.......
क्योंकि उन्ही के कारण यह हमारे देश में शासन
कर रहे हैं....
जय शहीद भगत सिंह....
जय हिन्द.....:thappar
 
He was pure Communist
when Bhagat Singh was in Jail he spent most of his time in prison studying socialist literature. Bhagat Singh studying the life of Lenin and the Communist Manifesto. Gopal Tagore, another biographer of Bhagat Singh, relates that a few days before his death when asked what was his last wish, he replied that he was studying the life of Lenin and he wanted to finish it before his death.
 
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