भारत था तालिबान का अगला निशाना

पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने कहा है कि अगर तालिबान ने हमारे देश पर नियंत्रण हासिल कर लिया होता तो उसका अगला निशाना भारत व बांग्लादेश होते। सार्क देशों के गृह मंत्रियों की बैठक के नतीजों की जानकारी देते हुए मलिक ने यह बात कही।

उन्होंने कहा कि तालिबान ने पिछले साल धमकी दी थी कि पाक को इस्लामी देश बनाने के बाद वे भारत से लड़ने के लिए आतंकी भेजेंगे। मलिक ने कहा कि पाकिस्तान ने तालिबान को काबू में करके क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूती प्रदान की है।

काफी चतुर हैं पीसी

मलिक ने अपने भारतीय समकक्ष पी चिदंबरम को काफी चतुर और सक्षम बताया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है ‘मैंने चिदंबरम को बहुत चतुर और काबिल नेता पाया।’ दोनों शुक्रवार को मिले थे। मलिक ने लिखा है कि हमने दोस्ताना संबंधों को लेकर बातचीत की।

अनुचित है भारत का बयान : कुरैशी

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भारत के इस बयान को अनुचित बताया है कि मुंबई हमले में हमने पर्याप्त कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने कहा, ‘हम बातचीत के जरिए ही एक दूसरे की चुनौतियों व मुश्किलों को समझ पाएंगे। दूसरे देश में अपराध होने और सूचनाओं के आदान-प्रदान की लंबी प्रक्रिया के कारण जटिलताएं पैदा हरुई जिससे जांच धीमी रही। यह कहना ज्यादती होगी कि पाकिस्तान ने कार्रवाई नहीं की। हमारी निष्ठा पर संदेह नहीं किया जाना चाहिए।’

दोनों देशों के खुफिया प्रमुखों की बैठक

आतंकवाद और सुरक्षा मुद्दों से निपटने के आपसी प्रयासों के तहत भारत और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों ने बैठक की। भारतीय खुफिया ब्यूरो के महानिदेशक राजीव माथुर ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष जावेद नूर के बीच यह बैठक शनिवार देर रात की।

गौरतलब है कि पाकिस्तानी गृहमंत्री रहमान मलिक ने शनिवार को कहा था कि दोनों देशों की एजेंसियां मुंबई जैसे हमलों की पुनरावृत्ति रोकने सहित सभी सुरक्षा मसलों पर मिलकर काम करेंगी। उन्होंने भारतीय गृहमंत्री पी चिदंबरम के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में सुझाव दिया था कि पाक संघीय जांच एजेंसी और भारतीय एजेंसी सीबीआई 26/11 मामले समेत आतंकवाद के मुद्दे पर मिलकर काम करे। भारतीय गृहमंत्री ने मलिक के साथ मुलाकात के बाद कहा था कि मुंहई हमलों से जुड़े सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
 
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