बचपन बचाओ

चंडीगढ़. नजर न आने वाले वायरस अभी तक कंप्यूटर और वीडियो गेम्स को चौपट करते थे, मगर अब बच्चों का दिमाग इनका नया ठिकाना बन रहा है। पीजीआई में पिछले दो महीनों में ऐसे 18 केस आ चुके हैं, जिसमें दिमागी बीमारी के शुरुआती लक्षण पाए गए। पेशंट बच्चे और वजह, कंप्यूटर और विडियो गेम्स पर जरूरत से ज्यादा वक्त गुजारना। दिमाग पर कसते इस शिकंजे पर रवि कुमार की रिपोर्ट-

बीमारी की जड़

स्कूल टाइम हो या छुट्टियों के दिन, बच्चों के पास खेलने के लिए कंप्यूटर और वीडियो गेम्स के बहुत सारे ऑप्शन हैं। वे चैटिंग और गेम्स खेलकर ही खुद को इंटरटेन करते हैं, लेकिन यह बच्चों के लिए सेफ नहीं है। इनके ज्यादा यूज करने से बच्चों में फोटोकनवर्सिस एपीलेप्सी बीमारी हो सकती है। हां इस बीमारी का तुरंत इलाज करवाना भी बहुत जरुरी है। चंडीगढ़ में भी ऐसे बच्चों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है।

पीजीआई न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड डॉ मोदी ने बताया कि दो महीनों में 18 बच्चे इस बीमारी के इलाज के लिए आ चुके है। ये बच्चे 8 साल से लेकर 15 साल तक के हंै। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर और टीवी के सामने बैठकर लगातार गेम खेलते रहने से इन बच्चों को फोटोकनवर्सिस एपीलेप्सी और माइग्रेन की शिकायत हो गई है।

हां इन बीमारियों का तुरंत चेकअप कराएं, अगर इनका टाइम पर इलाज नहीं करवाया गया तो आगे जाकर ये घातक बीमारियों की जड़ हो सकती हैं। वे एक बच्चे के बारे में बताते हुए कहते हैं कि लगभग एकसाल पहले मेरे पास एक ऐसा बच्च आया था जिसको फोटोकनवर्सिस एपीलेप्सी बीमारी थी। उसकी गर्दन लगातार हिलती रहती थी। उसे इंजेक्शन लगाना भी मुश्किल होता था। उसका हिलना रोकने के लिए हाथ-पैर पकड़कर इंजेक्शन लगाया जाता था।

दिमागी हालत खराब

लगातार दिन में सात से आठ घंटे कंप्यूटर और टीवी के सामने बैठकर गेम्स खेलने से बच्चों की दिमागी हालत बिगड़ सकती है। इससे उनके व्यवहार में फर्क दिखने लगता है और उनको देखने में भी दिक्कत होने लगती है। इससे दिमाग का एक हिस्सा ज्यादा सक्रिय हो जाता है। जिसकी वजह से मिर्गी के दौरे भी पड़ने लगते हैं। यह प्रॉब्लम कंप्यूटर से निकलने वाली किरणों से होती है। यह किरणों सीधे दिमाग पर असर डालती हैं। मिर्गी, माइग्रेन के अलावा बच्चों में और भी कई प्रॉब्लम भी हो सकती है।

क्या है फोटोकनवर्सिस एपीलेप्सी

ज्यादा टाइम तक कंप्यूटर और टीवी के सामने बैठकर काम करने या गेम खेलने से होने वाली बीमारी को फोटोकनवर्सिस एपीलेप्सी कहा जाता है। इस बीमारी से दिमागी हालत बिगड़ने लगती है। इसमें दिमाग का एक हिस्सा ज्यादा एक्टिव हो जाता है। गर्दन का लगातार हिलना, चिड़चिड़ापन, आंखों का लगातार झपकना और जलन होना इस बीमारी के लक्षण है। यह बीमारी कंप्यूटर और टीवी से निकलने वाली किरणों से होती है।

क्या करें क्या न करें

बच्चों को ज्यादा देर तक वीडियो गेम और ऑनलाइन गेम न खेलने दें।
बच्चे के व्यवहार में आए अचानक बदलाव के बाद डॉक्टर को दिखाएं।
सिर में और आंखों में दर्द रहने पर डॉक्टर की सलाह लें।
 
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