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The He4rt H4ck3r
बुरा मान जाती है...
तारे गिन के रातें गुजर रहा हू तेरी याद में,,,
कभी कभी मेरी यादें अक्सर बुरा मान जाती है...
तुझे देखने के बाद मेरी धड़कन जो तेज न हो,,,
तो मेरी धड़कन अक्सर बुरा मान जाती है...
अगर हर सांस लेने से पहले तुझे याद न करू,,,
तो मेरी साँसे अक्सर बुरा मान जाती है...
जो देखू न मैं फुर्सत से तुझे यु जाते हुए,,,
तो मेरी आखे अक्सर बुरा मान जाती है,,,
तू जब रहती है किसी गैर की बाहों में,,,
तो मेरी वफाये अक्सर बुरा मान जाती है...
तू जब चाहत है मेरी तो तू और किसी को क्यों चाहे,,,
तो मेरी चाहते अक्सर बुरा मान जाती है...
जो महफ़िल में तेरा कभी जीकर हो जाये,,,
तो मेरी तन्हाइया अक्सर बुरा मान जाती है...
जो मंगलू तुझे मैं खुदा से
तो मेरी खुददारी अक्सर बुरा मान जाती है...
Writer
तारे गिन के रातें गुजर रहा हू तेरी याद में,,,
कभी कभी मेरी यादें अक्सर बुरा मान जाती है...
तुझे देखने के बाद मेरी धड़कन जो तेज न हो,,,
तो मेरी धड़कन अक्सर बुरा मान जाती है...
अगर हर सांस लेने से पहले तुझे याद न करू,,,
तो मेरी साँसे अक्सर बुरा मान जाती है...
जो देखू न मैं फुर्सत से तुझे यु जाते हुए,,,
तो मेरी आखे अक्सर बुरा मान जाती है,,,
तू जब रहती है किसी गैर की बाहों में,,,
तो मेरी वफाये अक्सर बुरा मान जाती है...
तू जब चाहत है मेरी तो तू और किसी को क्यों चाहे,,,
तो मेरी चाहते अक्सर बुरा मान जाती है...
जो महफ़िल में तेरा कभी जीकर हो जाये,,,
तो मेरी तन्हाइया अक्सर बुरा मान जाती है...
जो मंगलू तुझे मैं खुदा से
तो मेरी खुददारी अक्सर बुरा मान जाती है...
Writer